इस साल चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri) के मौके पर अनेक योग और संयोग बन रहे हैं जो देवी की आराधना करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी तरह से मंगलकारी होंगे। बता दें कि 9 अप्रैल से 17 अप्रैल तक पूरे नो दिन के नवरात्र रहेंगे।
विशेष संयोग से होगी चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri) की शुरुआत
नवरात्र (Chaitra Navratri) की शुरूआत अद्भुत संयोग के बीच होने जा रही है। पंडित उपदेश शास्त्री ने बताया कि इस दिन सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि योग का विशेष संयोग रहेगा। इसके अलावा पांच राजयोगों का महासंयोग बना है। ज्योतिषाचार्य पंडित संजय पुरोहित बताते हैं कि मेष राशि में सूर्य और बुध के संयोग से बुधादित्य राजयोग बन रहा है।
शनि देव बनाएंगे शश राजयोग
शनि अपनी मूल त्रिकोणीय राशि कुंभ में शश राजयोग बना रहे है। शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में मालव्य राजयोग बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि चंद्रमा इस दिन मेष राशि में पहले से ही विराजमान गुरू के साथ युति करके गजकेसरी योग बना रहा है और शुक्र मीन राशि में बुध के साथ लक्ष्मीनारायण योग बना रहा है।
इन महायोगों के कारण यह नवरात्र सभी तरह की खुशियों को देने वाली होगी। उन्होंने बताया कि दुर्गा सप्तमी, दुर्गा कवच, दुर्गा चालीसा, गुरूमंत्र आदि का जाप करना लाभकारी रहेगा।
चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri) 2024 घट स्थापना मुहूर्त
अमृतसिद्धि योग में होगा घट स्थापनागुड़ी पड़वा पर अमृतसिद्धि और सर्वार्थसिद्धि योग में इस साल घट स्थापना की जाएगी। पंडित संजय पुरोहित ने बताया कि घट स्थापना सुबह 9 से दोपहर में डेढ़ बजे तक अत्यंत शुभ रहेगी।
इसके बाद दोपहर में 3 से 4.30 बजे तक घट स्थापना करना शुभ रहेगा। अभिजीत मुहूर्त में दोपहर में 11.40 बजे से 12.20 बजे तक भी घट स्थापना श्रेष्ठ रहेगा।