महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के महापर्व पर भगवान शिव की आराधना के साथ शिवलिंग पर जल अर्पित किया जाता है। आदिकाल से शिव पूजा होती आ रही है। भक्त गण अपने आराध्यदेव भगवान शिव को प्रसन्न् करने के लिए अनेक प्रकार के कठोर तप करते है। भिन्न भिन्न प्रकार से भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों से उनकी स्तुति करते है। इस साल महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च 2024 को रखा जाएगा। आइये जानते है महाशिवरात्रि (Mahashivratri) की पूजा के समय किन मंत्रों का करना चाहिए जाप।
शिव पूजा में महामृत्युंजय मंत्र
महामृत्युंजय मंत्र- ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिंपुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।
शिव प्रार्थना मंत्र
करचरणकृतं वाक् कायजं कर्मजं श्रावण वाणंजं वा मानसंवापराधं ।
विहितं विहितं वा सर्व मेतत् क्षमस्व जय जय करुणाब्धे श्री महादेव शम्भो ॥
शिव नमस्कार मंत्र
शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।।
ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हणोधपतिर्बम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।
ॐ ह्रीं ह्रौं नम: शिवाय॥
ॐ पार्वतीपतये नम:॥
ॐ पशुपतये नम:॥
ॐ नम: शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नम: ॐ ॥
मन्दाकिन्यास्तु यद्वारि सर्वपापहरं शुभम् ।
तदिदं कल्पितं देव स्नानार्थं प्रतिगृह्यताम् ॥