• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

दीपक जलाते समय इस मंत्र का करें उच्चारण

Writer D by Writer D
11/12/2022
in धर्म, फैशन/शैली
0
diya

diya

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिन्दू धर्म में देवी और देवताओं को प्रसन्न करने के लिए दीपक (diya) जलाने का विधान है. दीपक (dia) सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) का प्रतीक है. इसकी लौ हमेशा ऊपर उठती रहती है, जो प्रगति और उन्नति का प्रतीक है.

दीपक (diya) जिस प्रकार से अंधकार को दूर करता है, ठीक वैसे ही हम भगवान को दीपक प्रज्ज्वलित करते हैं, जिससे कि हमारे ​जीवन के अंधर व्याप्त बुराइयों, नकरात्मकता, दरिद्रता, रोग, कष्ट, पाप आदि का नाश हो. हम उससे मुक्त होकर सफल जीवन व्यतीत करें.

हिन्दू धर्म में हर मांगलिक कार्य के लिए मंत्र बनाया गया है, उसका भी अपना एक उद्देश्य है. आज हम आपको बता रहे हैं कि आपको दीपक जलाते समय कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए.

दीपक जलाने का मंत्र

शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा।

शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोस्तुते।।

दीपो ज्योति परंब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:।

दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोस्तुते।।

इस मंत्र का मूल यह है कि हमने जो दीपक जलाया है, उससे हमारा शुभ हो, कल्याण हो, हमें आरोग्य प्राप्त हो, रोगों का नाश हो. हमारी धन-संपदा में वृद्धि हो, उसका क्षय न हो. हमारे शत्रु जो दुर्भावना रखते हैं, उस बुद्धि का अंत हो, उनको सद्बुद्धि प्राप्त हो. परमब्रह्म स्वरुप यह दीपक हमारे पाप का नाश करे.

ज्योतिष में हर ग्रह और देवी-देवता के लिए अलग अलग प्रकार के दीपक जलाने की मान्यता है. दीपक में कौन सा तेल किस देवता के लिए रखना है और दीपक का प्रकार क्या होगा, सबका वर्णन है. हम एक मुखी, दो मुखी, तीन मुखी और चौमुखी दीपक जलाते हैं. सबके अपने मायने हैं.

तेल का ग्रहों से संबंध होता है, इसलिए देवताओं को विशेष तेल से दीपक जलाने को कहा जाता है. शनि देव को सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं, तो हनुमान जी को चमेली के तेल का. मांगलिक कार्यों के लिए शुद्ध घी का दीपक.

Tags: astorlogyDiyahindu religion
Previous Post

ऐसे रिलेशनशिप को दोबारा बनाए मजबूत, केएचटीएम हो जाएंगी सभी दूरियाँ

Next Post

11 दिसंबर राशिफल: जानें किस राशि की आज चमकेगी किस्मत

Writer D

Writer D

Related Posts

Sunscreen
फैशन/शैली

सनस्क्रीन से चेहरा दिखने लगता है सफेद और चिपचिपा, तो फॉलो करें ये टिप्स

29/09/2025
lips
फैशन/शैली

फटे होंठों को बनाए कोमल, आज़माएँ ये उपाय

29/09/2025
Shifting tips
फैशन/शैली

नए घर में शिफ्टिंग करना होगा आसान, बस फॉलो करें ये टिप्स

29/09/2025
reuse of old clothes
फैशन/शैली

पुराने कपड़ों की मदद से अपने घर को दें नया लुक, यहाँ से लें आइडिया

29/09/2025
Arbi Fry
खाना-खजाना

नवरात्रि व्रत में खाने के लिए बनाएं अरबी फ्राई, फलाहार थाली का बढ़ जाएगा जायका

29/09/2025
Next Post
Horoscope

11 दिसंबर राशिफल: जानें किस राशि की आज चमकेगी किस्मत

यह भी पढ़ें

shot

युवक की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

20/11/2022
Rajinikanth

रजनीकांत का फोटो, नाम या आवाज का इस्तेमाल करना पड़ेगा भारी, हो सकती है आपराधिक कार्यवाही

28/01/2023

CM धामी ने हेमवती बहुगुणा को किया नमन, बोले- वे हिमालय पुत्र थे

25/04/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version