चिरौंजी (Chironji) को हम हलवा, खीर और भी कई मीठे व्यंजनों में सूखे मेवे के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। चिरौंजी के दाने छोटे-छोटे दाल की तरह होते हैं। ये मेवा प्राकृतिक गुणों से भरपूर होती है। चिरौंजी में प्रोटीन की भी पर्याप्त मात्रा होती है। बहुत कम लोगों को चिरौंजी के लाभ के बारे में पता होगा।
चिरौंजी (Chironji) आपको कब्ज की समस्या में लाभ पहुंचाती है। इसकी तासीर ठंडी होती है ये आपके पेट को ठंडक पहुंचाती है। चिरौंजी का सेवन करने से रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। चिरौंजी के सेवन से शारीरिक कमजोरी भी दूर होती है। आइए जानते हैं कि कैसे चिरौंजी के सेवन से कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।
चिरौंजी (Chironji) के सेवन से पाचनतंत्र में जमा गंदगी साफ होती है। चिरौंजी आंतों की आंतरिक परत को चिकनाहट देकर उसकी मरम्मत का काम करती है। इससे हमें कब्ज, मरोड़ की समस्या में आराम मिलता है और पेट सही से साफ होता है। आप चिरौंजी के तेल में खिचड़ी, दलिया आदि बना कर खा सकते हैं या सूखे मेवे की तरह भी डाल सकते हैं।
चिरौंजी (Chironji) शारीरिक कमजोरी को दूर करने में भी सहायक है। अगर किसी को शारीरिक कमजोरी है, तो उसे चिरौंजी का सेवन करना लाभदायक हो सकता है। इसमें विटामिन पाए जाते हैं। चिरौंजी के पाउडर को दूध में मिलाकर लिया जा सकता है।
लेकिन चिरौंजी का सेवन पूरी जानकारी होने के बाद ही करना चाहिए। मधुमेह के रोगियों को चिरौंजी का सेवन कम करना चाहिए। जिन लोगों का पाचनतंत्र कमजोर हो उन्हें चिरौंजी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। चिरौंजी में पाए जाने वाले तत्व बहुत लाभ पहुंचाते हैं लेकिन इसका अत्यधिक सेवन नहीं कर चाहिए।