जयपुर/लंदन। यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी में निवेशकों से सफल संपर्क के बाद, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (CM Bhajan Lal Sharma) , उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और राजस्थान सरकार के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों ने आज ब्रिटेन सरकार की मंत्री (इंडो-पैसिफिक क्षेत्र) सुश्री कैथरीन वेस्ट के साथ मुलाकात की। इसके अलावा, प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने लंदन के पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर में स्थित ब्रिटेन की संसद का दौरा किया और भारतीय मूल के चुनिंदा सांसदों के साथ बैठक की। इन बैठकों के दौरान, मुख्यमंत्री ने राजस्थान में इंग्लैंड की कंपनियों द्वारा निवेश के लिए ब्रिटने सरकार से सहयोग की अपील की और 9-10-11 दिसंबर को जयपुर में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में भाग लेने के लिए उन्हें आमंत्रित किया।
इसके बाद, मुख्यमंत्री शर्मा (CM Bhajan Lal Sharma) के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी), हीरा निर्माण, और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों की यूके स्थित फर्मों से मुलाकात की और उन्हें प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
इन बैठकों में एलीमेंट सिक्स (डी बीयर्स ग्रुप की कंपनी जो सिंथेटिक डायमंड, प्रोसेसिंग टूल्स आदि का कारोबार करती है), स्यानकॉनोड (नैरोबैंड आरएफ मेश नेटवर्क विकसित करने में दुनिया की अग्रणी कंपनी), जेसीबी (जो कंस्ट्रक्शन और इंडिस्ट्रियल उपयोग वाले वाहन बनाती है और जिसकी राजस्थान में मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट है) और ट्रायम्फ मोटरसाइकिल्स (ब्रिटेन की सबसे बड़ी मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी) के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात शामिल है।
इसके अलावा, प्रतिनिधिमंडल ने वांडरलस्ट (जो इंग्लैंड की एक प्रमुख ट्रैवल पत्रिका और वेबसाइट है) के अधिकारियों के साथ भी मुलाकात की और उनसे राजस्थान को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित किया। इस बैठक के दौरान प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, जीवंत परिदृश्य और वैश्विक यात्रियों को प्रेरित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे विविध कदमों पर भी चर्चा की गयी।
इन बैठकों के बाद मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (CM Bhajan Lal Sharma) ने कहा, “भारत और ब्रिटेन के बीच कई शताब्दियों पुराने संबंध हैं। हमने ब्रिटेन सरकार के अधिकारियों और सांसदों के साथ आज बहुत ही उपयोगी और व्यापक बातचीत की और इस दौरान, प्रदेश में निवेश लाने के प्रयासों में उनसे सहयोग करने की अपील की। इसके अलावा, प्रदेश में कारोबार स्थापित करने और नए निवेश के लिए वहां की कई कंपनियों के साथ हमलोगों ने चर्चा की और उनसे राजस्थान के अंदर मौजूद व्यावसायिक अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया।”