गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के हिन्दू सेवाश्रम में जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उस समय भावुक हो गए जब एक महिला फरियादी का प्रार्थनापत्र पढ़ने के साथ ही उनकी नजर पास खड़ी पिता को खो चुकी दो मासूम बेटियों पर पड़ी।
उन्होंने दोनों के सिर पर हाथ फेरा और पीछे खड़े कमिश्नर रवि कुमार एनजी व डीएम विजय किरन आनंद को निर्देश दिए कि कोरोना से अनाथ हुआ एक भी बच्चा उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभ से वंचित नहीं होना चाहिए। आला अफसर खुद इस योजना की मॉनीटरिंग करें।
मुख्यमंत्री ने महिला को आश्वस्त किया कि उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। कभी भी कोई समस्या पड़े तो वे सीधे कमिश्नर और डीएम से मिले। शासन-प्रशासन उनके साथ है। शनिवार को गोरखनाथ मंदिर में कोविड 19 प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए दो स्थानों हिन्दू सेवाश्रम और यात्री निवास में जनता दर्शन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। दोनों ही स्थानों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह 7.10 से 8.30 बजे तक करीब 350 से अधिक फरियादियों से मुलाकात कर उनकी लिखित शिकायत ली।
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जनता दर्शन के दौरान डीएम विजय किरन आनंद ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना पर पूरी गंभीरता के साथ निरंतर काम किया जा रहा है। योजना के शुभारंभ मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में ही जिले के 176 बच्चों को लाभांवित किया जा चुका है। सभी के खातों में तीन महीने की आर्थिक मदद के तौर पर 12-12 हजार रुपये पहुंच चुके हैं।
जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह से मिली जानकारी का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि 77 बच्चों के आवेदन को 31 जुलाई को जिला स्तरीय कमेटी ने मंजूरी दे दी है। अगस्त माह में 55 और आवेदन अब तक मिले हैं जिन्हें अगस्त आखिर में जिला स्तरीय कमेटी में स्वीकृति मिल जाएगी।
जल्द ही सभी बच्चों के विधिक अभिभावकों के बैंक खातों में चार-चार हजार की आर्थिक मदद पहुंचने लगेगी। जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह ने कहा कि यदि कोई लाभार्थी इस योजना का लाभ पाने से वंचित है तो वह उनके मोबाइल नम्बर 8896502684 पर वाट्सअप कर सकता है।