गोरखपुर। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सूचना विभाग की डिजिटल डायरी व एप का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गुरूवार को मंकर संक्रान्ति की बधाई देते हुए कहा कि डाक विभाग द्वारा मकर संक्रन्ति के अवसर पर विशेष आवरण जारी किया गया है। जो 10 रूपये का स्पेशल टिकट है। गोरखपुर का खिचड़ी मेला अब डाक विभाग की कार्यसूची का एक हिस्सा बन गया है।
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उन्होंने कहा कि अब तक सूचना डायरी एक पुस्तक के रूप में होती थी जिससे बहुत ज्यादा कागज खर्च होता था और व्यक्ति संतुष्ट नहीं हो पाता था। इसलिए इस डिजिटल युग में सूचना व जनसम्पर्क विभाग की डायरी को आम लोगों तक पहुंचाने के लिये सूचना डायरी डिजिटल एप का लांच किया गया है। सूचना डायरी के डिजिटल फार्म मे आ जाने पर कोई भी व्यक्ति स्मार्ट फोन पर इस एप को डाउनलोड कर सकता है। उन्होंने कहा कि सूचना विभाग का यह एप बहुत ही सहुलियत वाला और दूरदर्शी एप है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में हम नये युग में प्रवेश कर रहे है जीवन को सरल व सहज बनाने के लिये नई तकनीक का उपायोग किया जा रहा है। पूरा देश 10 माह से कोरोना काल से जुझ रहा था । उन्होंने कहा कि 135 करोड़ लोगों की चुनौती सामने थी, उन चुनौतियों पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का तहे दिल से ध्यान था, देश के हर व्यक्ति को योजनाओं का लाभ तकनीक के मदद से दिलाया गया, प्रदेश के दो करोड़ 35 लाख लोगों को हर माह सहायता उपलब्ध कराई गई, पेंशन, छात्रवृत्ती आदि भी प्रदान की गई, 54 लाख प्रवासी मजदूरो को मानदेय दिया गया।
श्री योगी ने कहा कि तकनीक हमारे जीवन में व्यापक परिवर्तन ला सकती है, हर आम आदमी सूचना विभाग की डायरी का लाभ ले सकता है, तकनीक को हमारे जीवन का हिस्सा बनना चाहिए। कोरोना के इस काल खण्ड में हमें धैर्य और तकनीक की मदद से आगे बढ़ना होगा।
इस मौके सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर यह निर्णय हुआ कि इस बार आम जन की सहूलिएत के लिए सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की डिजिटल डायरी होनी चाहिए। सरकार के अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों के बारे में जानकारी के लिए उत्सुकता हर नागरिक हो रहती है। तकनीक के इस युग में डिजिटल डायरी आम जन के लिए सुलभ हो सकती है।
इस मौके पर श्री सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशन व मार्गदर्शन में यह डिजिटल डायरी हर व्यक्ति को घर बैठे सुलभ होगी। न केवल इसको डिजिटल डायरी बना रहे है बल्कि इसको फोन में ऐप के रूप में भी तैयार कर रहे हैं ,जिससे कोई भी नागरिक इस ऐप को निशुल्क डाउनलोड कर जानकारी प्राप्त कर सकता है। यह पहली बार पूरे देश में इस प्रकार का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि अभी तक सूचना डायरी पुस्तक के रूप मेें आती थी। इस वर्ष सूचना डायरी का डिजिटल संस्करण करते हुए सूचना डायरी-2021 का एप बनाया गया है, इस एप को प्ले स्टोर से अपने फोन पर इन्सटाॅल कर के शासन स्तर के समस्त अधिकारियों जनप्रतिनिधियों एवं पत्रकरों के नम्बर प्राप्त किये जा सकते है। इस एप मे सर्च का आप्शन भी होगा जिससे कोई भी नाम, पदनाम, दूरभाष आदि डालने पर उस व्यक्ति की समस्त जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। सूचना डायरी में दी जाने वाली समस्त सूचनाओं का त्रृटिरहित डिजिटल संस्करण किये जाने का भरसक प्रयास किया गया है। सूचना डायरी का यह डिजिटल रूप सभी के लिए अति उपयोगी सिद्ध होगा।
सूचना डायरी/निदर्शनी सूचना विभाग का एकमहत्वपूर्ण गौरवशालीएवं लोकप्रिय प्रकाशन है जिसके तहत संकलित की गयी समस्त सूचनाओं यथा-दूरभाष, मोबइल नम्बर,आवासीय पता, वेबसाइट आदि का समावेश किया जाता है और यह प्रकाशन सभी के लिए आसानी से उपलब्ध होता रहा है। सूचना डायरी जनहित में किया जाने वाला शासन का प्रकाशन है जो आमजन के लिए निःशुल्क उपलब्ध होता रहा हैं। जिसके द्वारा आम जनमानस अपने चुने हुए जन-प्रतिनिधियों के साथ ही साथ भारत सरकार एवं राज्य सरकार के मंत्रीगण व उच्च पदों पर आसीन अधिकारीगणों एवं मीडिया प्रतिनिधियों (प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक) से आसानी से सम्पर्क स्थापित कर सकते है।
डिजिटल डायरी ऐप के निर्माण में संयुक्त निदेशक हेमन्त सिंह, उप निदेशक कुमकुम शर्मा, उप निदेशक दिनेश सहगल, अपर जिला सूचना अधिकारी महेन्द्र कुमार, प्रदीप कुमार, अमित गुप्ता, शिल्पी, जयन्त ने कार्य किया है।
इस अवसर पर नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, सूचना सलाहकार मुख्यमंत्री मृत्युंजय कुमार,मण्डलायुक्त जयन्त नार्लिकर, जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन, जिला सूचना अधिकारी प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव सहित विभिन्न अधिकारी गण एवं गणमान्य जन उपस्थित रहे।