लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ के डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के अधीन काम करने वाले राम प्रकाश गुप्ता रेफरल चिकित्सालय का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग की ओर से चुनावों के मद्देनजर सर्तकता बरतने के आदेशों को ध्यान में रखते हुए कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरी लहर की चुनौतियों से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश तैयार है। उन्होंने प्रदेश के सभी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने व सार्वजनिक स्थानों पर अधिक सर्तकता बरतने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में निगरानी समितियों ने अहम भूमिका निभाई है। ऐसे में कोरोना के इस नए वेरिएंट की रोकथाम के लिए निगरानी समितियों को एक्टिव करने के साथ माइक्रो प्लान के तहत डोर टू डोर स्क्रीनिंग को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश के ग्रामीण और शहरी अस्पतालों में सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं पर सरकार अपनी पैनी नजर बनाए हुए है। प्रदेश में एक ओर कोरोना की तीसरी लहर को पहले से ही सभी जिलों के डीएम को दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में बेडों की संख्या में इजाफा करने के साथ ही ऑक्सीजन और दवाओं की व्यवस्था पूरी करने के आदेश दिए गए हैं।
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स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश में 3602 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हैं। इसमें 14,408 बेड हैं। वहीं, 943 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में 28,290 बेड हैं। स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में कोविड के लिए बेड की क्षमता को बढ़ाकर 70 हजार से अधिक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
ऐसे में जिन सीएचसी-पीएचसी पर विस्तार की जगह है, उनमें प्री-फैब वार्ड बनाए जा रहे हैं। विभाग की ओर से सीएचसी-पीएचसी में लगभग 19 हजार बेड भी बढ़ाए जा रहे हैं। टेस्टिंग, टीकाकरण, सर्विलांस, सैनिटाइजेशन भी तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में 100 बेड वाले पीकू नीकू, 855 सीएचसी में 50 और 3011 पीएचसी में 10 नए बेड की व्यवस्था की जा रही है।