लखनऊ। पांच साल पहले उत्तर प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था की पूरे देश में चर्चा होती थी लेकिन मार्च 2017 में सत्ता परिवर्तन के बाद आज उत्तर प्रदेश की पहचान उत्तम प्रदेश के रूप में होती है। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पुलिस लाइंस मैदान में आयोजित महिला रिक्रूट आरक्षियों कि दीक्षांत परेड की सलामी लेने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार ने अपने कार्यकाल में पुलिस में डेढ़ लाख भर्तियां पूरी पारदर्शिता के साथ की हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस की क्षमता भी कई गुना बढ़ाई गई है। रेंज स्तर पर साइबर थाने और फॉरेंसिक लैब की स्थापना की गई है। इसके साथ ही प्रदेश के चार जिलों में कमिश्नरेट व्यवस्था लागू की गई है जिसके बेहतरीन परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
इससे पहले कार्यक्रम में लखनऊ पुलिस लाइंस में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली 519 महिला रिक्रूट आरक्षियों कि दीक्षांत परेड की मुख्यमंत्री ने सलामी ली। उन्होंने सर्वांग सर्वोत्तम कैडेट प्राची सिंह चौहान को पुरस्कृत किया। इसके अलावा निधि सिंह चौहान, काजल यादव और संतोषी कुशवाहा को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया।
आंतरिक विषय प्रशिक्षण में ज्योति राठौर और वाहाई प्रशिक्षण में मोनिका यादव को सर्वोत्तम कैडेट का पुरस्कार मिला। मुख्यमंत्री ने आरक्षियों को कर्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई और बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दी।
इसके बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट भवन का शिलान्यास और पुलिस महकमे के अन्य भवनों का वर्चुअल लोकार्पण भी किया।
कार्यक्रम को डीजीपी मुकुल गोयल और पुलिस कमिश्नर ध्रुव कांत ठाकुर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, एडीजी प्रशांत कुमार समेत पुलिस महकमे के तमाम उच्च अधिकारी मौजूद रहे।