प्रदेश सरकार त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर मुस्तैद दिख रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उच्चाधिकारियों की बैठक के दौरान जमाखाेरों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं ताकि बढ़ती कीमतों को रोका जा सके। वहीं प्रदेश के सभी जिलों में 28 अक्टूबर से दीपावली मेले का आयोजन शुरू हो रहा है।
दीपावली मेले में स्थानीय शिल्पकला तो देखने को मिलेगी ही, लोग सुस्वादु व्यंजनों का जायका भी ले सकेंगे। मुख्यमंत्री ने इन मेलों को प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश दिए हैं। इन मेलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता होगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अधिक से अधिक लोगों को मेले से जोड़ने का प्रयास हो ताकि मेले के आयोजन का उद्देश्य पूरा हो सके।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि खाद्य तेलों, सब्जियों और दाल के मूल्य में अचानक तेजी देखी जा रही है। केन्द्र सरकार ने इस संबंध में स्टॉक लिमिट भी तय की है। जमाखोरों के खिलाफ छापेमारी कर सख्त कार्रवाई की जाए। मूल्य नियंत्रित रहे, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। त्योहारों के दृष्टिगत खाद्य सामग्री में मिलावटखोरी की हर शिकायत का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई की जाए। मालूम हो कि करवा चौथ और दीपावली से लेकर छठ पूजा तक खाद्य सामग्री की मांग बढ़ी रहती है। ऐसे में मिलावट की आशंका बढ़ जाती है। लिहाजा सरकार ने मिलावटखोरों से कड़ाई निपटने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में जिन जिलों में भारी बारिश से कृषि फसलों को नुकसान हुआ है, उन जिलों के प्रभारी मंत्री वहां के किसानों से सीधा संवाद करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 17 से 19 अक्टूबर के बीच प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा हुई है। कृषि फसलों पर इसका बुरा असर पड़ा है। अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों की क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे का काम जल्द पूरा किया जाए। प्रभारी मंत्री अपने जिलों की स्थिति का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावित किसानों से संवाद करें।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालन विभाग की सहभागिता योजना के अच्छे परिणाम मिले हैं। योजना के तहत पशुपालक को गोवंश के भरण-पोषण के लिए 900 प्रतिमाह दिया जा रहा है। लाभार्थियों को यह राशि समय से मिलना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को योजना की स्थिति की समीक्षा कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में निराश्रित गोवंश के सड़कों पर घूमने से आमजन को समस्या हो रही है। जिलाधिकारी के निर्देशन में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी राजस्वकर्मियों के सहयोग से इन गोवंश को निराश्रित गो-आश्रय स्थलों तक पहुंचाएं। वहां उनकी व्यवस्था कराएं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट करते हुए कहा कि इसमें लापरवाही न हो। छुट्टा पशुओं को लेकर शिकायत मिली तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।