उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरूवार को यहां आयोजित एमएसएमई लोन मेला के दौरान 10 हजार 390 करोड़ रूपये के ऋण का वितरण करेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री नई एमएसएमई के साथ-साथ पूर्व स्थापित इकाइयों को आत्मनिर्भर भारत पैकेज के अन्तर्गत ऋण वितरित करेंगे। वह तीन लाख 54 हजार 825 इकाइयों को 10,390 करोड़ रुपए के ऋण उपलब्ध करायेंगे। इसमें 3,24,911 नई एमएसएमई इकाइयों को 9,074 करोड़ रुपए तथा पूर्व स्थापित 29,914 इकाइयों को ‘आत्मनिर्भर भारत योजना’ के अन्तर्गत 1,316 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ‘एक जिला एक उत्पाद योजना’ के प्रशिक्षार्थियों को उनके व्यवसाय से सम्बन्धी उन्नत टूल किट भी वितरित करेंगे। वे एमएसएमई विभाग की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद भी करेंगे।
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इस सम्बन्ध में विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये विवरण के अनुसार वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में अब तक तीन चरणों में एमएसएमई इकाइयों को ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है। एक अप्रैल से 13 मई की अवधि में पहले चरण के अन्तर्गत 56,754 नई इकाइयों को ऋण के रूप में 2,002 करोड़ रुपए की धनराशि उपलब्ध कराई गई। 15 मई से 24 जून, 2020 तक द्वितीय चरण में 4,03,646 इकाइयों को 10,599 करोड़ रुपए का ऋण उपलब्ध कराया गया।
इसमें 1,35,666 नवीन एमएसएमई इकाइयों को 4,034 करोड़ रुपए तथा ‘आत्मनिर्भर भारत योजना’ के अन्तर्गत 2,67,980 पूर्व स्थापित इकाइयों को 6,565 करोड़ रुपए का ऋण शामिल है।
सूत्रों ने बताया कि तीसरे चरण के दौरान 25 जून से 04 अगस्त तक 2,69,291 इकाइयों को 7,841 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया गया। इसके तहत 1,29,753 नवीन इकाइयों को 4,661 करोड़ रुपए तथा ‘आत्मनिर्भर भारत योजना’ के अन्तर्गत पूर्व स्थापित 1,39,538 इकाइयों को 3,180 करोड़ रुपए की ऋण राशि शामिल है।