ग्रेटर नोएडा के कस्बा दादरी में सीएम योगी ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया। लेकिन सीएम के आने से पहले मिहिर भोज की जाति को लेकर गुर्जर और क्षत्रियों में विवाद बढ़ गया है।
शिलापट पर लिखे ‘गुर्जर’ शब्द को अराजकतत्वों ने काले रंग से पोत दिया। सुबह 8 बजे अफसरों की नजर इस शिलापट पर पड़ी तो हड़कंप मच गया। उस वक्त 25 पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगे थे। BJP नेता सत्येंद्र अवाना ने स्टीकर लाकर प्रतिमा के शिलापट पर फिर से गुर्जर लिखा है।
मिहिर भोज डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल राजेंद्र पंवार के अनुसार, सुबह 4 बजे अज्ञात युवक ने ऐसा किया। वह कौन था, यह पता नहीं चल सका। कार्यक्रम आयोजकों ने प्रतिमा के शिलापट और निमंत्रण पत्रों पर सम्राट मिहिर भोज को ‘गुर्जर’ कहकर संबोधित किया है।
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करणी सेना समेत कई राजपूत संगठनों ने सम्राट मिहिर भोज को गुर्जर बताने के खिलाफ दादरी कूच करने का ऐलान किया है। इसे लेकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सुबह से अलर्ट हैं। दादरी कस्बे के सभी एंट्री-एग्जिट प्वाइंट पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात है। प्रत्येक वाहन को जांच पड़ताल के बाद ही दादरी कस्बे के अंदर एंट्री दी जा रही है। कार्यक्रम स्थल के करीब 500 मीटर एरिया को कई लेयर बैरिकेड से कवर किया हुआ है।
करणी सेना समेत तमाम क्षत्रिय संगठनों ने सम्राट मिहिर भोज को गुर्जर बताने के खिलाफ 22 सितंबर को दादरी पहुंचने का आह्वान किया है। इसे लेकर मंगलवार को सोशल मीडिया पर अभियान भी चलाया गया। हालांकि, नोएडा समेत आसपास के जिलों की पुलिस ने इन संगठनों के प्रमुख नेताओं को घर पहुंचकर नजरबंद कर लिया है, ताकि वह दादरी कूच न करने पाएं। उधर, अखिल भारतीय गुर्जर महासभा कह चुकी है कि अगर शिलापट से गुर्जर शब्द हटाया गया तो अच्छा नहीं होगा।
दादरी के भाजपा विधायक तेजपाल नागर एवं जिलाध्यक्ष विजय भाटी ने इस कार्यक्रम के लिए इलाके के तमाम लोगों को निमंत्रण दिया है। निमंत्रण पत्र में भी ‘चक्रवर्ती गुर्जर सम्राट मिहिर भोज महान’ कहकर संबोधन हुआ है। इससे साफ है कि भारी विवाद के बावजूद भाजपा अब संशोधन करने के पक्ष में नहीं है।