पेगासस जासूसी कांड को लेकर संसद के मॉनसून सत्र के पहले दो दिन हुए धमाकेदार हंगामे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को जमकर लताड़ लगाई। उन्होने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत विपक्ष देश को अपमानित करने का काम कर रहा है। लेकिन विपक्ष की इस मंशा को जनता कभी कामयाब नहीं होने देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी त्रासदी कोरोना महामारी के दौरान विपक्ष की भूमिका नकारात्मक रही. संसद जनता के मुद्दों को उठाने का मंच है. कोशिश होती कि इस कोरोना काल में वैक्सीनेशन कैसे हो? इसे सामूहिक रूप से कैसे पूरा किया जाए, इस पर चर्चा कर समाधान निकाला जाता, लेकिन इसकी जगह विपक्ष देश को बदनाम करने में जुटा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो करती रही है, आज भी उन्हीं मंसूबों के साथ आगे बढ़ रही है। कोरोना काल में विपक्ष ने नकारात्मक राजनीति की है। लोगों को सम्बल देने की बजाय वातावरण ख़राब करने की कोशिश की गई।
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— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 20, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेगासस सॉफ्टवेयर को लेकर विपक्ष जो वातावरण बनाने की कोशिश कर रहा है, ये विपक्ष की कुत्सित मंशा को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी। जब एक साहसिक निर्णय संसद सत्र को लेकर किया जाता है, तब सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले सनसनीखेज आरोप लगाया गया। यह राजनीति के गिरते स्तर को प्रदर्शित करता है। विपक्ष नकारात्मक भूमिका में अंतरराष्ट्रीय साजिश का शिकार हो रहा है. ये भारत को अस्थिर करने की चाल है।
सीएम योगी ने कहा कि ये पहली घटना नहीं है। 2020 के शुरू में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से ठीक पहले दिल्ली दंगा साजिश की वजह से हुआ था। कोरोना प्रबंधन को दुनियाभर के देश सराह रहे थे, लेकिन विपक्ष ऐसा माहौल बना रहा था जैसे सरकार सच्चाई से रू-ब-रू नहीं है। कई ऐसे मौके आए हैं जब देश में बड़ा आयोजन होता है, तब विपक्ष साजिश का शिकार होकर भारत के खिलाफ षड्यंत्र का हिस्सा बन जाता है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष की मंशा पूरी नहीं होगी। जनता इसका जवाब देगी। राफेल जैसे मुद्दे को लेकर 2019 में माहौल खराब करने की कोशिश हुई, लेकिन तब जनता ने विपक्ष को जवाब दिया था। इस बार भी जनता ही जवाब देगी। कोरोना महामारी और जनता के मुद्दों पर संसद में चर्चा हो सकती थी, लेकिन विपक्ष ने संसद को शोरगुल करने का केंद्र बना दिया। सीएम योगी यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर उन्हें मत और मजहब के साथ जोड़कर भड़काने और देश विरोधी काम करने के लिए विपक्ष सहयोग देता है। ये कोशिशें भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब करेगी. तथ्यहीन और झूठे आरोप लगाकर देश के नेतृत्व को बदनाम करने की कोशिश करने का काम विपक्ष कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संसद आम नागरिक की आवाज को रखने की जगह है। संसद की परंपरा रही है कि मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के साथ नए मंत्रियों का परिचय संसद में कराया जाता है। इस बार अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों से आने वाले मंत्री का परिचय कराना विपक्ष को रास नहीं आया। शोरगुल का शिकार बनाकर संसद में लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है।