लाइफस्टाइल डेस्क। आलू को तो वैसे सब्जियों का राजा कहा जाता है। भारत में शायद ही ऐसी कोई सब्जी हो, जिसमें आलू न डाला जाता हो। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ फायदेमंद भी है। शकरकंद का भी कुछ ऐसा ही हाल है। यह भी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक भी है। आलू में तो पोटैशियम होता है और वो फाइबर से भी भरपूर होते हैं, लेकिन इससे जो चिप्स, फ्राईस आदि बनाए जाते हैं, वो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। वहीं अगर बात करें शकरकंद की तो उसमें बीटा कैरोटीन नामक एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा आलू से ज्यादा होती है, इसी वजह से उनका रंग लाल होता है। दरअसल, बीटा कैरोटीन को सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।
आलू और शकरकंद में पोषक तत्वों के आधार पर अंतर
- प्रोटीन- शकरकंद में जहां 1.3 ग्राम प्रोटीन होता है तो वहीं सफेद आलू में 1.9 ग्राम।
- विटामिन सी- शकरकंद और आलू दोनों में विटामिन सी की मात्रा 12.1 मिलीग्राम होती है।
- कैलोरी- शकरकंद में जहां 108 कैलोरी होती है तो वहीं आलू में 125 कैलोरी।
- कार्बोहाइड्रेट- शकरकंद में जहां 16.8 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं तो वहीं आलू में 20.4 ग्राम।
- फाइबर- शकरकंद में जहां 2.4 ग्राम फाइबर होता है तो वहीं आलू में 1.4 ग्राम।
- पोटैशियम- शकरकंद में जहां 372 मिलीग्राम पोटैशियम होता है तो वहीं आलू में 219 मिलीग्राम।
- शुगर- शकरकंद और आलू दोनों में ही शुगर की मात्रा 5.5 ग्राम होती है।
आलू और शकरकंद में पोषक तत्वों के आधार पर अंतर देखकर आपको इतना तो पता चल गया होगा कि शकरकंद में भले ही फाइबर और पोटैशियम की मात्रा ज्यादा हो, लेकिन आलू में अन्य पोषक तत्वों की मात्राएं ज्यादा हैं। इससे यह मान सकते हैं कि आलू शकरकंद से ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। हालांकि इस बारे में आपको किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
वैसे तो डायबिटीज के मरीजों के लिए आलू और शकरकंद दोनों का ही ज्यादा मात्रा में सेवन हानिकारक है, लेकिन बिल्कुल ही कम मात्रा में सेवन करें तो इससे उतना नुकसान नहीं होगा। हालांकि सबसे बेहतर होगा कि आप इन चीजों का सेवन करने को लेकर खान-पान से संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।