नई दिल्ली। भाजपा ने किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोला है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने तंज कसा कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस भी गंभीरता से नहीं लेती, देश का तो सवाल ही नहीं उठता। ज्ञात हो कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी ने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की। उन्हें दो करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन सौंपा।
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किसान संगठन केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 29 दिन से दिल्ली सीमा पर धरने पर बैठे हैं। इसमें ज्यादातर पंजाब के किसान हैं। पिछले महीने 26 नवंबर से ही उनका प्रदर्शन जारी है। अपनी जिद पर अड़े किसान संगठन कृषि कानूनों की वापसी से कम पर मानने को तैयार नहीं हैं। वे सरकार के साथ बातचीत के लिए को तैयार नहीं हैं। उनके अड़ियल रुख का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि बुधवार को भी किसान संगठनों ने सरकार के प्रस्ताव पर कोई जवाब नहीं दिया। राहुल गांधी ने सरकार से संसद का संयुक्त सत्र बुलाकर नए कानूनों को वापस लेने की बात कही।
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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और आनंद शर्मा समेत 64 कांग्रेसी नेताओं को गुरुवार सुबह दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया। आज जब वे राष्ट्रपति को विरोध व्यक्त करने गए तब कांग्रेस से कोई भी नेता किसानों से हस्ताक्षर करवाने नहीं आया और न किसानों ने हस्ताक्षर किए। अगर राहुल गांधी इतने चिंतित होते, तो किसानों के लिए कुछ कर सकते थे, जब उनकी सरकार सत्ता में थी।