कानपुर जनपद के अकबरपुर थानाक्षेत्र में एक सिपाही ने उसको थाने से छोड़ने के लिए 14 हाजर रुपये ले लिये। मामला जब अकबरपुर विधायक के पास आया तो उन्होंने मामला आलाधिकारियों तक पहुंचा कर मामले में कार्यवाही की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने मामले में संज्ञान लेते हुए सिपाही को निलंबित कर दिया है। क्षेत्राधिकारी को मामले की जांच सौंपी है।
अकबरपुर थानाक्षेत्र के मोहम्मद तोड़ापुर गांव में रहने वाले जितेंद्र नाम का युवक जो टेम्पो चालक है उसपर एक महिला ने अभद्र टिप्पणी का आरोप लगाया था। जिसपर मंगलवार को पुलिस जितेंद्र को थाने ले आई थी। जिसके बाद जब पिता रूप सिंह को इसकी जानकारी हुई तो वह थाने पहुंचा। रूप सिंह ने आरोप लगाया है कि उससे थाने के सिपाही नरेश यादव ने 14 हजार रुपये की मांग करने लगा। वहीं, जब पिता ने उसको देने में। असमर्थता जताई तो नरेश यादव ने छोड़ने से मना कर दिया।
मामला रात में ही अकबरपुर रनियां विधायक प्रतिभा शुक्ला के पास पहुंच गया। जिस पर उनके पति पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने प्रभारी निरीक्षक विनोद मिश्रा से इसपर बात की तो युवक को 151 की कार्यवाही करने का आश्वासन देकर मामला टाल दिया गया। सुबह भी जब युवक को पैसे देने का बाद भी नही छोड़ा गया तो पूर्व सांसद और उनकी पत्नी विधायक थाने पहुंच गईं। पर्व सांसद ने इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी।
वहीं, पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने इसकी जांच सीओ अकबरपुर को सौंप दी। अकबरपुर सीओ अरुण कुमार ने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया सिपाही संदिग्ध पाया गया है। जिसके चलते सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। वहीं जांच के आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी।
पिछली सरकारों की तरह नही होगा अब
पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने बताया कि पिछली सरकारों में उनको अपने भी कार्य के लिए रात तक इंतजार करना पड़ता था और मामले में जबरन समझौता करा दिया जाता था। वहीं अब भाजपा सरकार और योगी नई जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। इस सरकार में बिना भेदभाव और त्वरित कार्यवाही की जा रही है। यही कारण है कि आरोपी सिपाही के ऊपर तत्काल कार्यवाही हुई है।