चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh) ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रशिक्षु अधिकारियों से आह्वान किया कि वे निष्पक्षता और निडरता से अपने कर्तव्यों का पालन करने का संकल्प लें। उन्होंने उनसे कानून और संविधान की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहने, संवेदनशीलता के साथ लोगों के अधिकारों की रक्षा करने और परिस्थितियों की परवाह किए बिना सच्चाई, ईमानदारी और समर्पण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग रहने का आह्वान किया। सीएम सैनी ने यह बात गुरूवार को गुरुग्राम में सीआरपीएफ के सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारियों के 55वें बैच की पासिंग आउट परेड समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। सीआरपीएफ अकादमी से आज दो महिला अधिकारियों सहित कुल 39 प्रशिक्षु अधिकारी कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद पास हुए।
देश की आंतरिक सुरक्षा में सीआरपीएफ के अमूल्य योगदान की सराहना करते हुए सीएम (CM Nayab Singh) ने बल को देश की सुरक्षा की रीढ़ बताया। उन्होंने सीआरपीएफ की आधुनिक तकनीक और प्रशिक्षण तकनीकों को अपनाने के लिए भी सराहना की, जो क्षेत्र में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार पेशेवर और सक्षम अधिकारियों को विकसित करने में मदद कर रही हैं। सीएम सैनी ने नए उत्तीर्ण अधिकारियों को निरंतर सीखने में संलग्न होने के लिए प्रोत्साहित किया, इस बात पर जोर देते हुए कि सफलता के लिए निरंतर शिक्षा और पुनः सीखना आवश्यक है।
“देश की आधी आबादी की शक्ति को पहचानते हुए, सशस्त्र बलों में महिलाओं को अनुमति देने का पीएम मोदी का ऐतिहासिक फैसला। हरियाणा सरकार ने भी महिलाओं को पुलिस बल में सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया है, वर्तमान में राज्य पुलिस में महिलाएं 10 प्रतिशत हैं। राज्य सरकार का लक्ष्य निकट भविष्य में इस आंकड़े को 15 प्रतिशत तक बढ़ाना है,” सीएम सैनी (CM Nayab Singh) ने कहा।
सुरक्षा बलों को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि तकनीकी उन्नयन, संसाधन वृद्धि और प्रशिक्षण सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया गया है ताकि पुलिस बल को किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित किया जा सके। इसके अलावा, राज्य ने पूर्व सैनिकों और अर्धसैनिक बलों का समर्थन करने के लिए एक समर्पित सैनिक और अर्ध-सैनिक कल्याण विभाग की स्थापना की है। हरियाणा के सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों में सेवारत सैनिकों की शहादत पर उनके परिवारों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता के साथ-साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाती है। अब तक 415 आश्रितों को नौकरी दी जा चुकी है। इस अवसर पर सीआरपीएफ के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, सीआरपीएफ अकादमी के निदेशक सुनील कुमार झा और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।