अवैध धर्मांतरण के मामले में अब यूपी एटीएस ने बड़ी कार्रवाई की है, उसने इस मामले में पहले गिरफ्तार हो चुके मौलाना उमर गौतम के बेटे अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया है। उमर गौतम के बेटे की गिरफ्तारी यूपी के नोएडा से हुई है। आरोपी अब्दुल्ला धर्मांतरण कराने के लिए फंडिंग कर रहा था, वह जहांगीर आलम और कौसर के सीधे संपर्क में बताया गया है।
वहीं एटीएएस की जांच में ये भी सामने आया है कि गिरफ्तार हुआ अब्दुल्ला मौलाना उमर गौतम के अल फारूकी मदरसा और मस्जिद और इस्लामिक दावा सेंटर का काम देखता था। मौलाना उमर गौतम के साथ-साथ अब्दुल्ला के खातों में भी फंडिंग के पुख्ता सबूत यूपी पुलिस को मिले हैं। अब्दुल्ला के बैंक खातों में 75 लाख की फंडिंग हुई है, जिसमें 17 लाख विदेशी फंडिंग से भेजे गए थे।यूपी पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
मौलाना उमर गौतम पहले ही यूपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। उसके साथ एक और मौलाना मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी गिरफ्तार हुआ था। मौलाना उमर दिल्ली के जामिया नगर इलाके में इस्लामिक दावा सेंटर चला रहे थे।
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मौलाना उमर गौतम यूपी के फतेहपुर का रहने वाला है। उसका जन्म एक राजपूत परिवार में 1964 में हुआ था। इस्लाम धर्म अपनाने से पहले तक उसका नाम श्याम प्रताप सिंह गौतम था। उसके पिता का नाम धनराज चौहान था। मौलाना के 6 भाई थे।
उसने बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई नैनीताल से की, जहां वह कॉलेज के हॉस्टल में रह रहा था, यहां उसकी जान पहचान बिजनौर के नासिर खान से हुई थी। जब उमर गौतम की बीएससी में पढ़ाई के दौरान चोट लग गई थी तो नासिर ने उसकी काफी सेवा की थी। दोनों में दोस्ती हो गई, नासिर के प्रभाव में आकर 1984 में गौतम ने पढ़ाई के दौरान हिंदू से इस्लाम धर्म ग्रहण कर था।