राष्ट्रीय डेस्क. भारत में कोरोना महामारी के बढ़ते हुए मामलों को कण्ट्रोल करने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से बहुत से कदम उठाए जा रहे हैं. केंद्र सरकार ने कोरोना को रोकने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों की कई टीमें बनाई हैं. जिनमे से कुछ टीमे हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मणिपुर राज्य में भेजी जा चुकी है. साथ ही अब केंद्र सरकार देश के अन्य राज्यों में भी महामारी को कण्ट्रोल करने के लिए टीमें भेज सकती है.
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने लगवाया में Covaxin का टीका
केंद्र सरकार ने राज्यों को सलाह दी है कि वे सर्दियों में मामले बढ़ते देख जांच का दायरा बढ़ाएं और उन संदिग्ध मरीजों की पहचान करें जिन्हें अब तक चिन्हित नहीं किया जा चुका है या वे लापता हैं. राज्यों को टेस्टिंग के लिए आक्रामक तरीके से अभियान चलाने को कहा गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive)लोगों को शुरुआती दौर में ही पकड़ा जा सके. ऐसे मामले लंबे समय तक पकड़ में नहीं आने के कारण दूसरों तक बेहद तेजी से संक्रमण फैला रहे हैं.
टेस्टिंग के तरीकों पर नजर
केंद्र सरकार ने गुरुवार को हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मणिपुर के लिए उच्चस्तरीय दल रवाना किया था. ये टीमें राज्यों के कोविड-19 (Covid-19 Positive) से सर्वाधिक प्रभावित जिलों का दौरा करेंगी. स्वास्थ्य टीमों से जुड़े विशेषज्ञ कंटेनमेंट को मजबूत बनाने, निगरानी बढ़ाने, रणनीतिक तरीके से टेस्टिंग (Corona Testing)करने और पॉजिटिव मरीजों के सही तरीके से उपचार को लेकर सलाह देंगे.
दिल्ली-महाराष्ट्र के हालात चिंताजनक
देश में कोरोना (Corona Virus Cases In India)के 90 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. जबकि मौतों की संख्या एक लाख 32 हजार से ज्यादा हो चुकी है. दिल्ली में सर्वाधिक कोरोना के केस रोज मिल रहे हैं, जबकि महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में भी मरीजों की संख्या में उछाल दिख रहा है.
देश में कोरोना के मामले फिर बढ़ने की आशंका
पिछले एक-डेढ़ माह के दौरान देश में रोजाना मिलने वाले कोरोना के मरीजों की तादाद 90-95 हजार से घटकर 45-50 हजार के बीच आ गई है. आशंका है कि अगर सख्ती न की गई तो भारत में फिर रोजाना मिलने वाले मरीजों की संख्या 90 हजार से एक लाख तक पहुंच सकती है.