उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर नियंत्रण करने के लिए जबसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ग्राउंड जीरो पर उतरकर कोरोना मैनेजमेंट की निगरानी कर रहे हैं, उसके बाद से लगातार संक्रमण की दर में गिरावट देखने को मिल रही है। अप्रैल में जहां एक दिन में 35 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज मिल रहे थे, वहीं 30 मई को प्रदेश महज 1497 नए संक्रमित मिले हैं।
गौरतलब है की कोरोना को हारने के बाद जब 30 अप्रैल को मुख्यमंत्री ने कोरोना पर नियंत्रण की कमान संभाली उस वक्त स्थित बेकाबू हो चुकी थी। इसके बाद सीएम योगी ने 3T यानी ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट का फार्मूला दिया।
यूपी का यह मॉडल हिट हुआ। यही वजह है कि रविवार को 3.12 लाख टेस्ट के बावजूद पिछले 24 घंटे में सिर्फ 1497 पाजिटिव केस मिले। अब रिकवरी रेट भी 96.6 प्रतिशत हो गई है।
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गौरतलब है कि जहां अन्य राज्यों ने पूर्ण लाकडाउन लगाया था, पर यूपी ने आंशिक करोना कर्फ्यू लगाकर बेहतरीन यूपी मॉडल पेश किया. इस दौरान आर्थिक गतिविधियां चलती रहीं और कोरोना घटता रहा। आंशिक कर्फ्यू के दौरान भी गेहूं खरीद हुई, चीनी मिलें चलती रहीं और व्यापारिक कार्य होते रहे।
अब जब मामले लगातार काम हो रहे हैं, ऐसे में सरकार ने 1 जून से उन 55 जिलों में कोरोना कर्फ्यू से ढील दी है जहां एक्टिव केसों की संख्या 600 से कम है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में अन्य 20 जिलों में भी ढील दी जा सकती है, जहां सक्रिय मामलों की संख्या 600 से ज्यादा है।