उत्तर प्रदेश में आक्रामक टेस्टिंग के बावजूद नये कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार कम हो रही है जबकि स्वस्थ होने वालों की तादाद में इजाफा जारी है जिसके चलते राज्य में कोरोना से छुटकारा पाने वालों की दर 91.8 फीसदी हो चुकी है।
पिछले 20 दिनों में प्रदेश में प्रदेश के एक्टिव केस में 62.5 फीसदी की कमी आई है। पिछली 30 अप्रैल को प्रदेश में लगभग 03 लाख 10 हजार 783 कोरोना मरीज थे, जबकि आज मिली रिपोर्ट में यह संख्या 1,16,434 है। बीते 24 घंटों में 6725 नए केस आये हैं जबकि 13590 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हुए हैं।
हड़ताल की घोषणा पर यूपी सरकार सख्त, कहा- मनरेगा कर्मी काम पर नहीं आए तो होगी नई भर्ती
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को टीम-9 की बैठक में कोरोना प्रबंधन की समीक्षा करते हुये कहा कि एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति के तहत पिछले 24 घंटों में प्रदेश में दो लाख 91 हजार 156 टेस्ट किए गए। गांवों को कोरोना से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से संचालित वृहद टेस्टिंग अभियान के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश ही है।
उन्होने कहा कि कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया प्रदेश में सुचारु रूप से चल रही है। 45 वर्ष से अधिक और 18-44 आयु वर्ग के लोगों को कोविड सुरक्षा कवर प्रदान करने में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। अब तक 01 करोड़ 56 लाख 46 हजार 459 कोविड वैक्सीन एडमिनिस्टर हुए हैं। प्रदेश के 23 जिलों में 18-44 आयु वर्ग के 1,07,234 लोगों के कल हुए टीकाकरण के साथ अब तक इस आयु वर्ग के 7,46,875 लोगों ने टीका-कवर प्राप्त कर लिया है।
लखनऊ विवि के कुलपति को सौंपा गया सम्पूर्णानन्द संस्कृत विवि का अतिरिक्त प्रभार
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों और शहरी वार्डों में गठित निगरानी समितियों की प्रदर्शन सराहनीय है। घर-घर स्क्रीनिंग से लेकर मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराने, उनकी टेस्टिंग सुनिश्चित कराने सहित सभी जरूरी कार्य यह कुशलता पूर्वक कर रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गांव-गांव टेस्टिंग की हमारी नीति को सराहा है। कुछ जिलों में मेडिकल किट वितरण में देरी की जानकारी मिली है, स्वास्थ्य मंत्री एवं मुख्यमंत्री कार्यालय स्तर से ऐसे जिलाधिकारियों से संवाद कर आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए।