लखनऊ। देश में जनसंख्या घनत्व के मामले में उत्तर प्रदेश अव्वल है। कोरोना संदिग्धों की जांच का आंकड़ा दो करोड़ के करीब पहुंच गया है।
यह जानकारी अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,51,599 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,96,18,283 सैम्पल की जांच की गई है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 1799 नये मामले आये हैं जिसे मिला कर प्रदेश में 22,797 कोरोना के एक्टिव मामले हो गये हैं जिनमे 1348 लोग होम आइसोलेशन में हैं वहीं निजी चिकित्सालयों में 2138 लोग ईलाज करा रहे हैं। इसके अलावा बाकी मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों मे अपना ईलाज करा रहे है। पिछले 24 घंटे में 2607 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब तक कुल 5,16,694 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए सरकार
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत 94.40 है। अब तक कोरोना संक्रमण से जो मृत्यु हुयी है, उसमें 0-10 आयु वर्ग के 0.82 प्रतिशत, 11-20 आयु वर्ग के 1.36 प्रतिशत, 21-30 आयु वर्ग के 4.41 प्रतिशत, 31-40 आयु वर्ग के 8.33 प्रतिशत, 41-50 आयु वर्ग के 14.70 प्रतिशत, 51-60 आयु वर्ग के 25.01 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 45.38 प्रतिशत है।
उन्होने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में संक्रमित क्षेत्रों की मैपिंग की जा रही है जिसके माध्यम से संक्रमित इलाकों, मोहल्लों को उक्त मैपिंग के माध्यम से चिन्हित किया जा रहा है। इन चिन्हित स्थानों की फोकस टेस्टिंग चार से 10 दिसम्बर तक करायी जायेगी। संक्रमण को नियत्रिंत करने में संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ना आवश्यक है। इसके लिए अभियान चलाकर टारगेटेड सैम्पिलिंग के माध्यम से संक्रमित लोगों की पहचान की जा रही है। संक्रमित लोगों को आवश्यकतानुसार होम आइसोलेट या अस्पताल में उनका इलाज कराया जा रहा है।