Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

Corona Virus Update: कोरोना काल में चक्षु एप ने दिखाया कमाल

kartikeya bhardwaj

kartikeya bhardwaj

नई दिल्ली। कोविड १९ ने तकनीकी संस्थानों के छात्रों को नए इनोवेशन करने के लिए प्रेरित किया है और वे निरंतर बहुपयोगी इनोवेशन सामने लेकर आ रहे हैं। तेलंगाना के हैदराबाद स्थित महिंद्रा यूनिवर्सिटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट कार्तिकेय भारद्वाज ने भी एक खास डीप लर्निंग एप विकसित किया है।

Economic Corrider: चीन की चालबाजियों का भारत ने दिया करारा जवाब

ऑफिस हो या कोई अन्य संस्थान, फिंगरप्रिंट या आइडी स्कैनर्स का आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इन दिनों टच आधारित फिंगर प्रिंट अटेंडेंट सिस्टम सुरक्षित नहीं माना जा रहा। लॉकडाउन के दौरान जब कार्तिकेय के पिता ने भी अपने दफ्तर की इस समस्या की ओर उनका ध्यान दिलाया और पूछा कि क्या इसका कोई समाधान हो सकता है?

उसके बाद ही कार्तिकेय ने इसके ऊपर विचार करना शुरू किया। उन्हें एक ऐसा एप विकसित करने का आइडिया आया जिससे बिना टच किए अटेंडेंस लगाया जा सकता है। कुछ महीनों में उन्होंने तीन इंटर्न की मदद से एक प्रोटोटाइप तैयार किया और आखिरकार वे चक्षु फेस अटेंडेंस नामक एप विकसित करने में कामयाब रहे। इस एप को उनके पिता के दफ्तर में इंस्टॉल किया जा चुका है।

इसके अलावा, जयपुर के डीएफसीसीआइएल एवं सहारनपुर के स्किल्ड ग्लोबिजेन्स स्कूल में इसका प्रयोग किया जा रहा है। कार्तिकेय बताते हैं कि चक्षु एप की मदद से कोई भी कंपनी या संस्थान एंड्रॉयड डिवाइस (फोन या टैबलेट) के माध्यम से अपने कर्मचारियों का अंटेंडेंस रजिस्टर कर सकते हैं। इतना ही नहीं, इसमें लगे स्पूफसेंस की मदद से बड्डी पंचिंग की समस्या से भी निजात मिल जाती है।

नई संसद का भूमिपूजन पीएम मोदी 10 दिसंबर को करेंगे

इस एप में पाइटॉर्च (पावरफुल मशीन लर्निंग फ्रेमवर्क) का इस्तेमाल किया गया है। इसमें कर्मचारियों की फोटो, आइडी, शिफ्ट टाइमिंग, डिपार्टमेंट की विस्तृत जानकारी दर्ज की जा सकती है। यह एक विश्वसनीय फेस अटेंडेंस सिस्टम है। एप पूरी तरह सिक्योर एवं सक्षम है। इसे आगे और भी विकसित किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल ऑफिस, होटल, अस्पताल एवं तमाम अन्य क्षेत्रों में संभव है।

Exit mobile version