मुंबई। आर्यन खान ड्रग्स केस (Aryan Khan Drugs Case) के बाद चर्चा में आए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) मुंबई के पूर्व अफसर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के खिलाफ करप्शन का मामला सामने आया है। इसमें सीबीआई ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उनके मुंबई स्थित घर की तलाशी ली गई है। यह मामला NCB की विजिलेंस रिपोर्ट की फैक्ट्स फाइंडिंग के आधार पर दर्ज किया गया है। एनसीबी (NCB) के जोनल डायरेक्टर मुंबई रहे समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को चेन्नई डीजी टैक्सपेयर सर्विस डायरेक्टरेट भेज दिया गया था।
इसमें सीबीआई (CBI) ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उनके मुंबई स्थित घर की तलाशी ली गई है। यह मामला NCB की विजिलेंस रिपोर्ट की फैक्ट्स फाइंडिंग के आधार पर दर्ज किया गया है। एनसीबी (NCB) के जोनल डायरेक्टर मुंबई रहे समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को चेन्नई डीजी टैक्सपेयर सर्विस डायरेक्टरेट भेज दिया गया था।
सीबीआई (CBI) सूत्रों के मुताबिक समीर वानखेड़े समेत 5 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। जिसमें NCB के अन्य अधिकारी शामिल हैं। 20 लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन जारी है जिसमें मुंबई, रांची, कानपुर, दिल्ली के ठिकानों पर सर्च जारी है। सीबीआई की FIR में आरोप लगाए गए हैं कि समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) और अन्य ने कोडिला क्रूज आर्यन खान (Aryan Khan) ड्रग्स केस में 25 करोड़ की डिमांड की थी और 50 लाख उगाही के तौर पर ले लिए थे।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व जोनल निदेशक समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) ने ही अक्टूबर 2021 में मुंबई में कॉर्डेलिया क्रूज जहाज पर विवादास्पद ड्रग्स रेड का नेतृत्व किया था और अभिनेता शाहरुख खान (Actor Shahrukh khan) के बेटे आर्यन समेत अन्य को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने चार शहरों दिल्ली, मुंबई, कानपुर और रांची में वानखेड़े के परिसरों और 28 अन्य स्थानों पर अपनी जांच के तहत दो अन्य लोक सेवकों और दो निजी व्यक्तियों के परिसरों पर छापा मारा है।
एनसीबी (NCB) ने रिश्वतखोरी के मामले में वानखेड़े और अन्य की जांच के लिए सीबीआई को लिखा था। वानखेड़े को पिछले साल एक विशेष जांच दल (SIT) द्वारा कॉर्डेलिया छापे में विसंगतियां पाए जाने और आर्यन खान (Aryan Khan) को क्लीन चिट दिए जाने के बाद NCB से बाहर कर दिया गया था। वर्तमान में वानखेड़े चेन्नई में करदाताओं की सेवाओं के महानिदेशक (DGTS) के कार्यालय में तैनात हैं।
पिछले हफ्ते, एनसीबी (NCB) ने एक पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी – विश्व विजय सिंह को एजेंसी से सेवा से हटा दिया था। वानखेड़े एक भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी हैं। उनके नेतृत्व में साल 2021 एनसीबी (NCB) ने एक जहाज से 13 ग्राम कोकीन, पांच ग्राम मेफेड्रोन, 21 ग्राम मारिजुआना, एमडीएमए की 22 गोलियां और 1.33 रुपये लाख नकद जब्त करने का दावा किया था। एजेंसी 14 लोगों को पकड़ा और घंटों की पूछताछ के बाद 3 अक्टूबर को आर्यन खान (24), अरबाज मर्चेंट (26) और मुनमुम धमेचा (28) को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद, एजेंसी ने छापे के सिलसिले में 17 और लोगों को गिरफ्तार किया।
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वॉट्सऐप चैट के आधार पर वानखेड़े की टीम ने दावा किया था कि आरोपी एक बड़ी साजिश का हिस्सा थे। आरोप लगाया गया था कि आर्यन खान कुछ विदेशी ड्रग सप्लायर के संपर्क में थे और चैट में “हार्ड ड्रग्स” और “भारी मात्रा” का जिक्र था। हालांकि, NCB के दावों को खारिज करते हुए, बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) जस्टिस नितिन डब्ल्यू सांबरे की एकल पीठ ने पिछले साल अक्टूबर में कहा था कि किसी भी साजिश के अस्तित्व का सुझाव देने के लिए कोई सबूत नहीं थे।
छापेमारी की फिर से जांच करने के लिए एनसीबी (NCB) द्वारा गठित डिप्टी डायरेक्टर जनरल संजय कुमार सिंह (Deputy Director General Sanjay Kumar Singh) की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (SIT) को इस बात का सबूत नहीं मिला कि अभिनेता का बेटा एक बड़ी ड्रग्स साजिश का हिस्सा था। एसआईटी को नाटकीय छापेमारी में कई अनियमितताएं भी मिलीं। एसआईटी ने पिछले साल मई में 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, लेकिन आर्यन खान (Aryan Khan) को क्लीन चिट दे दी गई थी।