काबुल में घुसने के साथ ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है। इसके बाद तालिबान के आतंकी रविवार रात अफगानिस्ता के राष्ट्रपति पैलेस (भवन) में भी घुसे। इतना ही नहीं वहां उन्होंने तालिबान का परचम भी लगा दिया। बता दें कि रविवार को तालिबान काबुल में घुसा था। इसके बाद ही राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अफगानिस्तान छोड़ दिया था।
अशरफ गनी के हटने और सत्ता परिवर्तन के बाद तालिबान की तरफ से अब मौलाना अब्दुल गनी बरादर को राष्ट्रपति बनाया जा सकता है। बता दें कि अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए हैं। इसके अलावा उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने भी अफगानिस्तान छोड़ दिया है। तालिबान अब अफगानिस्तान को ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ नाम देगा।
तालिबान के कुछ वीडियो रविवार को सामने आए थे। इसमें आतंकी राष्ट्रपति भवन में घुसकर बैठे थे। राष्ट्रपति भवन की कुर्सियों, सोफों पर ये आतंकी बेखौफ बैठे हुए थे। तालिबान की तरफ से रविवार को ही ऐलान कर दिया गया था कि उन्होंने काबुल में मौजूद सभी सरकारी हेडकॉर्टर को अपने कब्जे में ले लिया है। एक तस्वीर भी आई थी जिसमें आतंकी अफगानिस्तान का सरकारी झंडा हटाकर अपना झंडा लगा रहे थे।
काबुल में अमेरिकी दूतावास और राष्ट्रपति भवन के पास हुए दो बम धमाके
तालिबान के लड़ाकों ने काबुल शहर के बाहरी इलाकों में रविवार को प्रवेश कर लिया था जिससे निवासियों में डर और घबराहट पैदा हो गयी थी। एयरपोर्ट, सड़क हर जगह सिर्फ लोगों की भीड़ और अफरातफरी का माहौल था। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में तालिबान ने अफगानिस्तान के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा जमा लिया था। उसने कंधार, हेरात, मजार-ए-शरीफ और जलालाबाद जैसे शहरों समेत 34 में से 25 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया था।