मुंबई और इसके आस-पास के इलाकों में लगातार मूसलाधार बरसात शुरू है। यह बेमौसम बरसात मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात से ही शुरू है। रात में हुई बारिश के बाद यह बीच में रुक गई थी। लेकिन बुधवार को सुबह से इस तरह बरसात हो रही है, मानो मॉनसून अभी गया ही नहीं है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे और कोंकण के इलाकों में 3 दिसंबर तक मूसलाधार बरसात होने का अनुमान जताया है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अरब सागर में कम दाब का क्षेत्र तैयार हो गया है। जिस वजह से दक्षिणपूर्वी अरब सागर, मालदीव, लक्षद्वीप पर चक्रवात की स्थिति बन गई है। इसका पूर्व-मध्य अरब सागर से चल रही हवाओं से इंटरैक्शन हो रहा है। इस वजह से अगले 24 घंटे मूसलाधार बरसात होने का अनुमान है।
सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं, अचानक मौसम में आए इस बदलाव से कई राज्यों में बारिश हो रही है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा समुद्री तटों पर कम दाब का क्षेत्र तैयार होने की वजह से यह तूफानी चक्रवात की स्थिति तैयार हुई है। ऐसे में मौसम विभाग ने अब ‘जोवाड’ चक्रवातीय तूफान को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम और मध्य भारत से सटे हुए इलाकों में वेस्टर्न डिस्टर्बंस तैयार हुआ है। इससे मौसम में बदलाव आया है। मौसम बदलने की वजह से 2 दिसंबर तक देश के कई हिस्सों में जम कर बारिश होगी। 3 दिसंबर को बारिश का ज़ोर और बढ़ जाएगा और यह चक्रवातीय तूफान में तब्दील हो जाएगा।
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महाराष्ट्र में अभी हो रही बरसात की वजह बताते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने चेताया था कि अंडमान के समुद्री भाग के मध्य में कम दाब का क्षेत्र बुधवार तक पश्चिम-उत्तर और पश्चिम की ओर सरकेगा। इसी वजह से महाराष्ट्र के कई भागों में बुधवार को तेज बरसात हो रही है। इसके बाद बंगाल की खाड़ी में यह चक्रवातीय तूफान में बदल जाएगा। अब तक तो मौसम विभाग ने जैसा बताया था, बिलकुल वैसा ही हुआ है। अब यह तूफान 4 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के तटीय भागों से टकराएगा।
इससे आंध्र प्रदेश, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के समुद्र तटीय इलाकों में मूसलाधार बरसात होगी। उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी इस वजह से दिसंबर के पहले हफ्ते में मूसलाधार बरसात होने का अनुमान है।
अरब सागर में इस तूफानी चक्रवात के तैयार होने की वजह से और अरब सागर में कम दाब का क्षेत्र तैयार होने की वजह से गुजरात में भी आने वाले चौबीस घंटे में मूसलाधार बरसात होने का अनुमान है। इस वजह से मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में ना जाने की सलाह दी है। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे अपनी कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों तक ले जाएं।
खास कर गुरुवार को (2 दिसंबर) गुजरात के बड़ोदा, नर्मदा, बनासकांठा, साबरकांठा, छोटा उदयपुर, भरूच, तापी, अमरेली, अरावली, दाहोद, महिसागर और भावनगर जिले के कई ठिकानों में मूसलाधार बरसात होने का अनुमान जताया गया है। सौराष्ट्र में भी रिमझिम बारिश होने का अनुमान है।