भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बृहस्पतिवार को नेपाली पुलिस की कथित गोलीबारी में मारे गये एक युवक का शव शुक्रवार रात उसके परिजनों को सौंप दिया गया। जिले के पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश यादव ने बताया कि शुक्रवार को दिन भर नेपाल के अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठक चली, जिस दौरान सभी पहलुओं पर वार्ता हुई। इसके बाद, समस्त प्रक्रिया पूरी होने पर नेपाल प्रशासन ने भारतीय युवक गोविंद सिंह उर्फ गोविंद का शव शुक्रवार रात आठ बजे उसके परिवार को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि परिजनों ने देर रात शव की अंत्येष्टि कर दी।
एसपी ने कल बताया था कि हजारा थाना क्षेत्र के भूमिदान राघवपुरी टिल्ला चार गांव के रहने वाले गोविंद सिंह (24) दो अन्य युवकों के साथ नेपाल के कंचनपुर मेला घूमने गये थे, जिस दौरान नेपाली पुलिस ने उन पर गोलियां चलाई थी। उन्होंने बताया था कि गोलीबारी में गोविंद सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया था। स्थानीय प्राथमिक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।
घर की छत से गिरकर हुई थी मुत्थूट ग्रुप के चेयरमैन एमजी जॉर्ज की मौत
एसपी ने कहा कि घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालांकि, नेपाल के प्रशासन ने यहां के अधिकारियों को जांच कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट स्थानीय प्रशासन ने शासन को भेज दी है। इस बीच, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने एक विस्तृत रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी है, वहीं लखीमपुर खीरी में भी नेपाल से लगी सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। घटना में घायल हुए एक अन्य युवक गुरमेज का इलाज लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है।
एसपी ने बताया कि नियम के अनुसार शव का पोस्टमार्टम नेपाल में ही कराया गया। मृतक और उसके साथियों का इस जिले के किसी भी थाने में कोई भी आपराधिक रिकार्ड नहीं है। इस बीच, युवकों के परिजनो ने आरोप लगाया है कि नेपाल पुलिस ने राघवपुरी निवासी गोविंद और उसके साथियों को बुला कर गोली मारी थी। घटना में तीन युवकों को निशाना बनाये जाने बात शुरूआत में सामने आई थी, लेकिन बाद में रेशम उर्फ रेशू नाम के चौथे व्यक्ति के भी वहां जाने की बात सामने आयी है।
महंगाई को कंट्रोल करने के लिए केन्द्र सरकार उठाये उचित कदम : अशोक गहलोत
कमलापुरी गेस्ट हाउस में अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी जोन) अविनाश चंद्र, जिलाधिकारी पुलकित खरे और पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश यादव के अलावा एसएसबी के अधिकारियों की मौजूदगी में थाना हजारा क्षेत्र के ग्राम राघवपुरी निवासी 27 वर्षीय पप्पू सिंह और 22 वर्षीय रेशम उर्फ रेशू से पूछताछ की गई। एडीजी ने बताया कि नेपाल के अफसरों ने घटना की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
मृतक के चाचा गुरदेव सिंह ने अधिकारियों को बताया कि गोविंद गांव के ही गुरमेज सिंह, पप्पू सिंह और रेशम सिंह के साथ पिछले 12 दिन से नेपाल सीमा के पास एक खेत में गन्ने की छिलाई करने जा रहे थे।
उन्होंने दावा किया कि आवाजाही के दौरान उन लोगों की नेपाल पुलिस से कहासुनी हो गई, जिस पर नेपाल पुलिस ने गोली चला दी।