उन्नाव के चर्चित माखी कांड में पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ केस लड़ने वाले वकील महेंद्र सिंह का सोमवार को जिला अस्पताल में निधन हो गया। बीते साल जुलाई में रायबरेली जाते समय दुष्कर्म पीड़िता व उनके वकील महेंद्र हादसे में घायल हुए थे।
उनका एम्स में इलाज हुआ था। लेकिन मल्टीपल आर्गन फेल्योर होने से करीब 16 माह से वे बिस्तर पर थे। महेंद्र की गिनती निर्भीक वकीलों में होती थी। बता दें कि पूर्व विधायक को दुष्कर्म मामले में सजा मिल चुकी है।
पीड़िता का चाचा महेश रायबरेली जेल में बंद है। 28 जुलाई 2019 को पीड़ित अपने परिवार के साथ चाचा से मिलने जा रही थी। कार उनके वकील महेंद्र सिंह चला रहे थे। लेकिन, रायबरेली जिले में NH 32 पर उनकी कार और ट्रक की आमने-सामने टक्कर हुई।
कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने लगायी आस्था की डुबकी, घाटों पर मेले सा नजारा
इसमें पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई, जबकि पीड़िता, उसकी बड़ी बहन और वकील गंभीर रूप से घायल हुए। पीड़ित व उनके वकील को एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां काफी दिनों तक दोनों का इलाज चला।
इस प्रकरण में पीड़ित के चाचा महेश कुमार की शिकायत पर पुलिस ने कुलदीप सिंह सेंगर, उनके भाई मनोज सिंह सेंगर और 8 अन्य के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या के प्रयास), 506 (धमकी) और 120 B (आपराधिक साजिश) के तहत रायबरेली के गुरबख्श गंज थाने में केस दर्ज किया था।
दिल्ली सरकार की पहल: पूरी राजधानी में बनेगा साइकिल ट्रैक, सड़क किनारे लेंगे सेल्फी
एम्स से डिस्चार्ज होने के बाद परिजन वकील महेंद्र को घर ले आए थे। लेकिन, हादसे के बाद से वे बेड पर थे। सोमवार को उनकी अचानक हालत बिगड़ी तो परिजन जिला अस्पताल लेकर आए। इलाज के दौरान वकील महेंद्र सिंह ने दम तोड़ दिया।