नई दिल्ली। बहत्तरवें गणतंत्र दिवस के मौके पर मंगलवार को आयोजित हुए समारोह में वैश्विक महामारी कोरोना का असर देखने को मिला और पहली बार परेड ऐतिहास लाल किला तक नहीं गयी।
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गणतंत्र दिवस के मौके पर हर साल परेड राजपथ से शुरू होकर लालकिला तक यानी 8.2 किलोमीटर की दूरी तय करती थी, लेकिन इस बार राजपथ से चलकर इंडिया गेट के नेशनल स्टेडियम तक यानी सिर्फ 3.3 किलोमीटर के दायरे में ही समाप्त हो गयी। हर साल जहां 12/12 के ब्लॉक में हर जत्थे में 144 कर्मी शामिल होते थे, वहीं इस बार 12/8 के ब्लॉक में प्रत्येक जत्थे में 96 सुरक्षाकर्मी ही शामिल थे।
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इस बार गणतंत्र दिवस परेड के मौके पर राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता बच्चों को भी नहीं बुलाया गया। कला, खेल और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 32 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 से नवाजा गया है। परेड देखने का मौका भी इस बार कम लोगों को मिला। हर साल जहां गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए लगभग एक लाख लोग मौजूद रहते थे, वहीं इस बार 25 हजार लोग ही मौजूद रहें। गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कोरोना दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन किया गया। समारोह में शामिल हुए सभी लोग मास्क पहने हुए थे तथा सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा गया।
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कोविड के कारण इस बार राजपथ पर भूतपूर्व सैनिकों का दस्ता भी दिखाई नहीं दिया। साथ ही अपने हैरतअंगेज करतबों से दर्शकों के रोंगटे खड़े कर देने वाले मोटरसाइकिल दस्ते के जांबाज जवान भी इस बार राजपथ की शान बढ़ाने के लिए मौजूद नहीं थे।