नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा के आरोपी ताहिर हुसैन ने दिल्ली पुलिस से पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। ताहिर ने कबूलनामे में कहा कि उसमें खालिद सैफी और पीएफआई के साथ मिलकर हिंसा की साजिश रची गई थी।
ताहिर ने पूछताछ में बताया कि उसके जानकार खालिद सैफी ने उससे कहा कि तुम्हारे पास राजनीतिक पावर और पैसा दोनों है। ताहिर ने बताया कि खालिद उसे उकसाता था। कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद भी खालिद, ताहिर के पास आए। उसने कहा कि इस बार अब हम चुप नहीं बैठेंगे। इसके बाद राम मंदिर और सीएए कानून पर भी फैसला आ गया, जिसके बाद ताहिर को लगा कि पानी सिर से ऊपर जा चुका है और कुछ कदम उठाना पड़ेगा।
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ताहिर ने बताया कि 8 जनवरी को खालिद सैफी ने उसे जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद से शाहीन बाग में पीएफआई के दफ्तर में मिलवाया। जहां उमर ने बोला कि वह मरने मारने को राजी है। वहीं खालिद सैफी ने कहा कि पीएफआई का एक सदस्य हिंसा के लिए आर्थिक मदद करेगा।
ताहिर ने आगे बताया कि इसके बाद पीएफआई के दफ्तर में बैठकर सब प्लान बनाया गया। दफ्तर में तय किया गया कि दिल्ली में कुछ ऐसा किया जाएगा, जिससे सरकार हिल जाए। ताकि सरकार सीएए कानून वापस ले। ताहिर बताया कि लोगों को सड़क पर उतारने में अहम भूमिका खालिद सैफी ने निभाई थी।