सुलतानपुर जिले की सांसद मेनका संजय गांधी से जिला परिवर्तन समिति आसल ने प्रयागराज-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग एवं प्रयागराज अयोध्या रेलमार्ग से जुड़ी अमेठी जिले के विकास खण्ड भादर की 22 ग्राम पंचायतों को पूर्ववर्ती सुलतानपुर जिले में शामिल करवाने की मांग की है।
जिला परिवर्तन समिति के संयोजक प्रेम नारायण पाण्डेय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सांसद से मिलकर इस आशय का ज्ञापन सौंपा। बताया कि अमेठी की सांसद एवं विधायक द्वारा चुनावों में वादा करने और उसके बाद उससे मुकर जाने के कारण जिला परिवर्तन में उनसे मदद मांगने आए हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने सांसद को बताया कि प्रयागराज-अयोध्या राष्ट्रीय मार्ग एवं प्रयागराज अयोध्या रेलमार्ग के आसपास स्थित 22 ग्राम पंचायतों की दूरी अमेठी के जिला मुख्यालय गौरीगंज से 45 से 65 किलोमीटर है। जबकि ये सभी ग्राम सभाएं पूर्ववर्ती सुलतानपुर जिला मुख्यालय से मात्र 10 से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अमेठी जिले के अन्तिम छोर के इन गांवों के लोग जिले के गठन के समय से ही अपनी इस गम्भीर समस्या को लेकर निरन्तर संघर्षरत हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि अमेठी के इन ग्राम पंचायतों को पूर्ववर्ती सुलतानपुर जिले से पुनः जोड़ने के लिए राजस्व विभाग/राजस्व परिषद से प्रस्ताव लेकर उप्र कैबिनेट को मंजूरी देनी होगी। जिसके बाद अधिसूचना जारी होने के साथ ही यह ग्राम सुलतानपुर से जुड़ जायेंगे। इसमें शासन का कोई व्यय नहीं होगा, क्योंकि किसी नई तहसील या ब्लॉक का निर्माण नहीं होना है। इन ग्रामों को शासन सुविधानुसार सुलतानपुर जिले की सदर या फिर लम्भुआ तहसील और दुबेपुर या भदैया ब्लॉक से जोड़ सकता है।
सांसद ने मांग को जायज बताते हुए प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि वह उनकी मांग को पूरा करवाने के लिए पूरा सहयोग देंगी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में इसे लाकर समस्या को हल करवाने की कोशिश करेंगी।