• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

देव दिवाली कब है, जानें कैसे की जाती है पूजा

Writer D by Writer D
09/11/2024
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Dev Diwali

Dev Diwali

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

देव दीवाली (Dev Diwali) का पर्व प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली मनाई जाती है। इस साल देव दिवाली 15 नवंबर 2024 को है। इस दिन स्नान, दान व पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है। देव दिवाली को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है। जानें देव दिवाली (Dev Diwali) क्यों मनाई जाती है और कैसे किया जाता है पूजन-

देव दिवाली (Dev Diwali) क्यों मनाई जाती है-

पौराणिक कथाओं के अनुसार, देव दिवाली (Dev Diwali) के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध करके देवताओं को भय से मुक्ति दिलाते हुए फिर से स्वर्ग का राज्य सौंप दिया था। तब सभी देवताओं ने दीये जलाकर भगवान शिव का स्वागत किया था। तभी से देव दिवाली मनाने की परंपरा है। इस दिन लोग पवित्र नदी में स्नान करते हैं और दीप दान करते हैं।

देव दिवाली (Dev Diwali) के दिन किया जाता है दीपदान-

दीपक को प्रज्वलित करके उचित स्थान पर रखना दीपदान कहलाता है। देव दिवाली के दिन देव स्थान पर दीपक लगाने को दीपदान कहा जाता है।

देव दिवाली (Dev Diwali) पूजन शुभ मुहूर्त-

पूर्णिमा तिथि 15 नवंबर को सुबह 06 बजकर 19 मिनट पर प्रारंभ होगी और 16 नवंबर को सुबह 02 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी। प्रदोष काल देव दिवाली (Dev Diwali) का मुहूर्त शाम 05 बजकर 10 मिनट से शाम 07 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। पूजन की कुल अवधि 02 घंटे 37 मिनट की है।

देव दिवाली (Dev Diwali) पूजन विधि-

कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें। अगर संभव है तो गंगा स्नान भी करें। इसके बाद सुबह के समय घी या तिल के दीये का दीपदान करें। भगवान विष्णु की पूजा करें। विष्णु चालीसा व श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। कार्तिक पूर्णिमा के दिन अन्न या खाने की वस्तु का दान करना चाहिए।

Tags: Dev DiwaliDev Diwali puja
Previous Post

कार्तिक पूर्णिमा पर करें ये उपाय, मां लक्ष्मी का मिलेगा आशीर्वाद

Next Post

आज गोपाष्टमी पर इस विधि से करें पूजा, कान्हा की बरसेगी कृपा

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Bhajanlal Sharma
Main Slider

आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है मोदी सरकार की: भजनलाल

10/06/2025
Rajnath Singh
Main Slider

पाकिस्तान को काउंटर टेररिज्म पैनल का उपाध्यक्ष बनाना, बिल्ली से दूध की रखवाली कराने जैसा: राजनाथ सिंह

10/06/2025
cm dhami
Main Slider

मेक इन इंडिया की ताकत से निर्यात के क्षेत्र में भारत की भागीदारी तेजी से बढ़ी: सीएम धामी

10/06/2025
CM Yogi
Main Slider

सालार मसूद को ऐसी सजा हुई, जो इस्लाम के अनुसार जहन्नुम में जाने की गारंटी देता हैः योगी

10/06/2025
CM Yogi
Main Slider

ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से सबने देखी पाकिस्तान में टेस्टेड और दुनिया के द्वारा ट्रस्टेड भारत की सैन्य ताकत: सीएम योगी

10/06/2025
Next Post
Gopasthami

आज गोपाष्टमी पर इस विधि से करें पूजा, कान्हा की बरसेगी कृपा

यह भी पढ़ें

ब्लड प्रेशर और डायबिटीज हो जाएगी छू मंतर जानें क्या हैं ये चीज

28/06/2021
arrested

पुलिस ने मुठभेड़ में दो शातिर बदमाशों को लूट के समान के साथ दबोचा, दो फरार

04/01/2021

अवैध संबंध में रोड़ा बने सास-ससुर, प्रेमी संग मिलकर कर दी हत्या

21/08/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version