बलिया। यूपी के बलिया जिले में गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेन्द्र प्रताप सिंह कभी भी अदालत मे आत्मसमर्पण कर सकता है। उसकी ओर से बलिया न्यायालय में सरेंडर एप्लिकेशन डाली गई है। संकेत है कि आरोपी कोर्ट में कभी भी पेश हो सकता है, क्योंकि पुलिस उसकी बेहद सरगर्मी से तलाश कर रही है।
इसके बाद दीवानी न्यायालय के बाहर सुबह से पुलिस तैनात कर दी गई थी। पुलिस की कोशिश थी कि अगर वह सरेंडर करने आए तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाए। इस बीच अफवाह उड़ी की उसने सरेंडर कर दिया है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है।
बता दें कि जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में सरकारी कोटे की दुकान आवंटन में गोली मार कर जय प्रकाश उर्फ गामा पाल की हत्या मामले में डीआईजी आजमगढ़ रेंज ने वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 50 -50 हजार का इनाम घोषित किया है। एसपी बलिया ने पहले ही फरार आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। इसे बढ़ाकर पुलिस उप महानिरीक्षक आजमगढ़ रेंज ने अब 50 हजार कर दिया है। मामले में कुल आठ नामजद आरोपियो में से 2 गिरफ्तार कर लिए गए हैं जबकि 6 अभियुक्त अभी भी फरार चल रहे हैं।
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इस बीच, मामले में मुख्य आरोपी और बीजेपी कार्यकर्ता धीरेंद्र सिंह को लेकर बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने एक बयान जारी किया है, जिसमें वह आरोपी का बचाव करते नजर करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र सिंह अगर आत्मरक्षा में गोली नहीं चलाता तो उसके परिवार के दर्जनों लोग मारे जाते। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे पक्ष के कई लोग बुरी तरह घायल हैं, तो उनकी बात भी सुनी जानी चाहिए।
बता दें कि गुरुवार की दोपहर को बलिया के दुर्जनपुर इलाके में सरकारी कोटे की दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया चल रही थी। तभी दावेदार दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद बढ़ते-बढ़ते दोनों पक्षों में गाली गलौच के बाद मारपीट होने लगी और ईंट पत्थर चलने लगे। इसी बीच एक पक्ष ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। तभी बैरिया से बीजेपी विधायक के करीबी माने जाने वाले बीजेपी कार्यकर्ता धीरेंद्र प्रताप सिंह ने दूसरे पक्ष के जयप्रकाश पाल को गोली मार दी।