सूर्य देव की उपासना का महापर्व छठ (Chhath Puja) आज यानी 5 नवंबर 2024 से नहाय खाय के साथ शुरु हो रहा है। चार दिनों तक चलने वाले इस त्योहार का समापन 8 नवंबर को होगा। इस व्रत को रखने वाली महिलाएं अपने परिवार की सुख-समृद्धि, संतान की दीर्घायु, सौभाग्य और खुशहाल जीवन के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं। ऐसे में अगर आप डायबिटीज रोगी हैं और छठ पूजा (Chhath Puja) करने का मन बनाए बैठी हैं तो आस्था के साथ अपनी सेहत को भी अच्छा बनाए रखने के लिए इन खास बातों का ध्यान जरूर रखें।
बैलेंस डाइट
छठ पूजा (Chhath Puja) के दौरान ज्यादातर ट्रेडिशनल फूड जैसे ठेकुआ, चूड़ा, गुड़ आदि का सेवन किया जाता है। लेकिन शुगर पेंशेट को इस तरह की चीजें सीमित मात्रा में ही खानी चाहिए। इसके स्थान पर नेचुरल मीठे जैसे खजूर या सूखे मेवे का सेवन करें। अपने आहार में ज्वार, बाजरा और साबुत अनाज जैसी चीजें चुनें, जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो। ऐसे फूड्स धीरे-धीरे पचकर ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करते हैं।
शुगर लेवल की नियमित जांच
छठ पूजा (Chhath Puja) के दौरान शुगर लेवल की नियमित जांच करते रहना बेहद जरूरी होता है। व्रत के दौरान अगर डायबिटीज मरीज का ब्लड शुगर लेवल बहुत ज्यादा या बहुत कम होने लगे, तो डॉक्टर से सलाह लें।
डॉक्टर की सलाह
डायबिटीज मरीजों को आमतौर पर निर्जला व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती है। छठ के व्रत (Chhath Puja) में भी लोग लंबे समय तक बिना कुछ खाए-पिए रहते हैं जो कि डायबिटीज मरीजों की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे में आप अगर शुगर पेशेंट हैं और छठ का व्रत रखना चाहते हैं तो पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
ओवरईटिंग से बचें
कई बार लोग पूरे दिन का व्रत रखने के बाद व्रत खोलते समय भोजन अधिक मात्रा में खा लेते हैं। लेकिन शुगर पेशेंट को ऐसा करने से बचना चाहिए। डायबिटीज मरीज थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन करें, दवाओं का ध्यान रखें ताकि अचानक शुगर लेवल न बढ़े।
एक्टिव रहें
छठ पूजा (Chhath Puja) के दौरान अपने शरीर को एक्टिव रखने के लिए हल्की-फुल्की एक्सरसाइज या स्ट्रेचिंग करते रहें। ऐसा करने से ब्लड फ्लो बेहतर होता है और बॉडी में एनर्जी लेवल भी अच्छा बना रहता है।