पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लखीमपुर कांड के संबंध में भारतीय जनता पार्टी की जमकर आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी की सरकार लोकतंत्र में भरोसा नहीं करती, इस पार्टी को केवल तानाशाही आती है। ममता ने कहा- ‘ये बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मेरे पास इस घटना की आलोचना के लिए कोई शब्द नहीं है। क्या यही रामराज्य है? नहीं ये ‘किलिंग राज्य’ है।’
इस बीच यूपी के लखीमपुर जिले में रविवार को हिंसा की घटना के बाद चल रहा किसानों का प्रदर्शन अब बंद हो जाएगा। राज्य सरकार द्वारा किसानों की मांगें मान लिए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया है। किसानों और गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प में मारे गए चार किसानों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
साथ ही मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी और मामले की आठ दिन के भीतर जांच कर आरोपियों की गिरफ़्तारी की जाएगी.
अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि आशीष मिश्रा ने वाहन से किसानों को रौंद दिया। इसी के बाद हिंसा फैली। पुलिस ने किसानों को आश्वासन दिया है कि मृतकों के परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर जांच की जाएगी।
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हीं कई विपक्षी नेताओं को घटना स्थल पर पहुंचने से रोक दिया गया है। राज्य सरकार ने लखनऊ एयरपोर्ट अथॉरिटी से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के डिप्टी सीएम सुखविंदर सिंह रंधावा को शहर में न घुसने देने की अपील की है। बीएसपी को भी घटनास्थल तक नहीं जाने दिया गया। लखीमपुर का मामला सुप्रीम कोर्ट में भी उछला है। दरअसल किसानों ने सर्वोच्च अदालत में दिल्ली में प्रदर्शन की अनुमति के लिए याचिका दायर की थी।