अयोध्या में दीपोत्सव का मुख्य कार्यक्रम कल आयोजित किया जायेगा और इस बार कोविड-19 के चलते स्थानीय दीप प्रज्जवल के साथ-साथ डिजिटल दीपोत्सव मनाया जायेगा।
राज्य के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने आज शाम यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली से लगे प्रदेश के सीमावर्ती जिलो में कोरोना संक्रमण के केस न/न बढ़े इसलिए वहां पर विशेष सावधानी बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि कल अयोध्या में राम की पैड़ी पर पांच लाख 51 हजार दीये जलाये जायेंगे जो विश्व रिकार्ड होगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज शाम दीपोत्सव का डिजिटल बेवसाइट लॉंच करेंगे। उद्घाटन के बाद संचार माध्यमो के जरिये लिंक उपलब्ध करा दी जायेगी। उन्होंने कहा है कि देश-विदेश से भी लोग डिजिटलीकरण के माध्यम से अयोध्या के दीपोत्सव में भाग ले सकते है।
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श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां और अधिक तेजी से बढ़ें, इसके लिए प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। इसके अतिरिक्त रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए तथा आर्थिक गतिविधियां को और बढ़ाने के लिए सरकार के प्रोत्साहन से नई एमएसएमई इकाइयां खुल रही है। नई इकाइयों के स्थापना से 25 लाख नये रोजगार मिले। प्रदेश में अद्यतन 4.37 लाख इकाईयों को आत्मनिर्भर पैकेज के तहत 10,850 करोड के ऋण स्वीकृत कर वितरित किये जा रहे हैं। प्रदेश में नये उद्योगों, की स्थापना के लिए छह लाख 24 हजार 202 नई एमएसएमई इकाइयों को बैकों द्वारा लगभग 18,330 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने आज सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के नवचयनित 1438 जूनियर इंजीनियरों को नियुक्ति पत्र वितरण किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जल्द ही रोजगार, स्वरोजगार और कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मिशन रोजगार लाॅन्च किया जायेगा।
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श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा निरन्तर धान खरीद की समीक्षा की जा रही है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसानों के धान की खरीद समय से हो तथा उन्हें धान व मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य मिले। धान और मक्का की खरीद का भुगतान 72 घंटे के अन्दर सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या न/न हो तथा क्रय केन्द्र सुचारू रूप से कार्य करे। अधिकारियो/कर्मचारियों द्वारा लापरवाही करने पर उनके विरूद्ध कार्यवाही की गयी है तथा शिकायत मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों को निलम्बित भी किया गया है। धान क्रय केन्द्र पर शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होगी। धान क्रय केन्द्रों पर जिलाधिकारी द्वारा निरन्तर अनुश्रवण तथा आकस्मिक निरीक्षण करे।
श्री सहगल ने बताया कि अब तक राज्य में किसानों से 103.85 लाख कुन्तल धान की खरीद की जा चुकी है। जो पिछले वर्ष से लगभग 02 गुना है। अब तक किसानों से 7678.13 मीट्रिक टन मक्का की खरीद की जा चुकी है।