उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मतदान निरस्त करने की मांग को दरकिनार कर दिया और यहां से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी की प्रत्याशी माधुरी पटेल निर्वाचित घोषित की गई है।
जिले में कुल 57 वोट में से 51 ने मतदान किया जिसमें माधुरी पटेल को 40 वोट हासिल हुये जबकि समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी अमरावती यादव को छह वोट मिले। निर्वाचन काे निरस्त करने की मांग करने वाली भाजपा प्रत्याशी क्षमा सिंह को महज तीन मतों से संतोष करना पड़ा जबकि दो वोट इन वैलिड पाए गए।
इससे पहले भाजपा ने पंचायत सदस्यों के अपहरण का आरोप लगाते हुये मतदान निरस्त करने की मांग की थी। पार्टी के जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्रा ने जिला निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद की भाजपा प्रत्याशी क्षमा सिंह और उनके समर्थक पंचायत सदस्यों को जनसत्ता दल के समर्थकों ने उस समय रोक लिया जब वे प्रतापगढ मतदान करने के लिये आ रहे थे। जनसत्ता दल के समर्थक क्षमा सिंह को छोड़ कर सभी पंचायत सदस्यों को गाड़ियों में बैठा कर ले गये।
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इसके विरोध में क्षमा सिंह जेठवारा क्षेत्र के बड़नी मोड़ पर धरने पर बैठ गई। उन्होने कहा कि इससे पहले भी जनसत्ता दल के नेताओं की दबंगई की सूचना जिला प्रशासन को दी जाती रही है हालांकि उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इस हरकत से मतदान की शुचिता प्रभावित हुयी है। इसलिये चुनाव को निरस्त किया जाये।
घटना के बाद क्षमा सिंह मतदान स्थल अफीम कोठी के गेट पर अपने पति पप्पन सिंह व पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ धरना प्रदर्शन करने लगी। उनके समर्थन में भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता ,विधायक धीरज ओझा सहित पार्टी के तमाम पदाधिकारी प्रयाशी क्षमा सिंह के समर्थन में धरने पर बैठ गए।
क्षमा सिंह का आरोप है कि जिला प्रशासन उनके मतदाताओं का उत्पीड़न करता आ रहा है ,चुनाव व मतदान निस्पक्ष ढ़ंग से नहीं हो रहा है। उन्होने कहा कि वह मतदान का बहिष्कार कर रही है और मतदान कार्य निरस्त करके पुनः चुनाव कराने की मांग कर रही है। उनकी गाड़ी को जेठवारा थाने की गाड़ी को रोका और जन सत्ता दल की लगभग पचास गाड़ियों के काफिले को बिना चेक किए जाने दिया।