इस साल आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi ) मार्च के महीने में मनाई जाएगी। इस दिन विष्णु भगवान की आराधना करनी चाहिए। मार्च माह में आने वाली एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी कहा जाता है। इस दिन व्रत रखा हो या न रखा हो, आमलकी एकादशी पर कुछ कार्यों को करना अशुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है की आमलकी एकादशी के दिन कुछ कामों को करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं। इसलिए आमलकी एकादशी के दिन व्रत रखा हो या नहीं, इन कामों को करने से बचें-
कब है आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi ):
दृक पंचांग के अनुसार, 2025 में आमलकी एकादशी का व्रत मार्च 10, 2025 को रखा जाएगा। एकादशी तिथि प्रारम्भ मार्च 09, 2025 को सुबह 07:45 बजे पर होगी, जिसका समापन मार्च 10, 2025 को सुबह 07:44 बजे पर होगा।
आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi) के दिन क्या करें-
आमलकी एकादशी के दिन शुभ मुहूर्त में विष्णु भगवान की पूजा करें। इस दिन व्रत न रखा हो तो सात्विक भोजन करने की कोशिश करें। व्रत रखने से पूर्व व्रत रखने का संकल्प जरूर लें। व्रत के सभी नियमों का पालन करें। पारण सूर्योदय के पाश्चात्य करना उत्तम रहेगा। इस दिन भजन-कीर्तन भी किया जाता है।
जानें इस दिन क्या न करें
काले वस्त्र- धर्मिक मान्यताओं के अनुसार, आमलकी एकादशी के दिन काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि बनाए रखने के लिए इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ रहेगा।
चावल- आमलकी एकादशी के दिन चावल का सेवन करने की मनाही है। मान्यता है जया एकादशी के दिन चावल का सेवन करने से दोष लगता है।
तुलसी- तुलसी की पत्तियां विष्णु भगवान को बेहद प्रिय हैं, जिसके बिना भगवान को भोग नहीं लगाया जाता है। इसलिए आमलकी एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियों को न तो स्पर्श करना चाहिए और न ही इन्हें तोड़ना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन तुलसी जी व्रत रखती हैं। इसलिए इन्हें स्पर्श करने से बचना चाहिए।
मास-मदिरा- आमलकी एकादशी के दिन मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन तामसिक भोजन का सेवन करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं।