इस साल पापमोचिनी एकादशी (Papmochani Ekadashi) मार्च के महीने में मनाई जाएगी। इस दिन विष्णु भगवान की आराधना करनी चाहिए। चैत्र माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पापमोचिनी एकादशी कहा जाएगा। इस दिन व्रत रखा हो या न रखा हो, पापमोचिनी एकादशी पर कुछ कार्यों को करना अशुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है की पापमोचिनी एकादशी के दिन कुछ कामों को करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं। इसलिए पापमोचिनी एकादशी के दिन व्रत रखा हो या नहीं, इन कामों को करने से बचें-
पापमोचिनी एकादशी (Papmochani Ekadashi) के दिन क्या करें
पापमोचिनी एकादशी के दिन शुभ मुहूर्त में विष्णु भगवान की पूजा करें। इस दिन व्रत न रखा हो तो सात्विक भोजन करने की कोशिश करें। व्रत रखने से पूर्व व्रत रखने का संकल्प जरूर लें। व्रत के सभी नियमों का पालन करें। पारण सूर्योदय के पाश्चात्य करना उत्तम रहेगा। इस दिन भजन-कीर्तन भी किया जाता है।
पापमोचिनी एकादशी (Papmochani Ekadashi) के दिन क्या क्या नहीं करें?
काले वस्त्र- धर्मिक मान्यताओं के अनुसार, पापमोचिनी एकादशी (Papmochani Ekadashi) के दिन काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि बनाए रखने के लिए इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ रहेगा।
चावल- पापमोचिनी एकादशी के दिन चावल का सेवन करने की मनाही है। मान्यता है पापमोचिनी एकादशी के दिन चावल का सेवन करने से दोष लगता है।
तुलसी- तुलसी की पत्तियां विष्णु भगवान को बेहद प्रिय हैं, जिसके बिना भगवान को भोग नहीं लगाया जाता है। इसलिए पापमोचिनी एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियों को न तो स्पर्श करना चाहिए और न ही इन्हें तोड़ना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन तुलसी जी व्रत रखती हैं। इसलिए इन्हें स्पर्श करने से बचना चाहिए।
मास-मदिरा- पापमोचिनी एकादशी के दिन मास-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन तामसिक भोजन का सेवन करने से भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं।