पीरियड्स (Periods) का असर सभी महिलाओं पर अलग-अलग होता है। जैसे, पीरियड्स के दौरान कई लड़कियों में चिड़चिड़ापन देखा जाता है, तो किसी को हमेशा नींद आती रहती है। पीरियड्स के दौरान कोशिश करनी चाहिए कि आप स्ट्रेस न लें। साथ ही ऐसे कुछ काम हैं, जो आपको पीरियड्स के दौरान नहीं करने चाहिए-
पीरियड्स के दौरान फास्टिंग या डाइटिंग भारी पड़ सकती है। इस दौरान शरीर से ब्लड निकलता है जिससे शरीर में कमजोरी आ जाती है, इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप पीरियड्स के दौरान पौष्टिक आहार लें। सैनेटरी नैपकिन बदलने में आलस न करें।
अक्सर ऐसा होता है कि महिलाएं कम ब्लीडिंग होने पर एक ही पैड को लंबे समय तक इस्तेमाल कर लेती हैं लेकिन यह इंफेक्शन की वजह बन सकता है इसलिए लम्बे समय तक एक ही पैड को न लगाकर रखें।
पीरियड्स के दौरान जंक फूड की क्रेविंग होना आम बात है लेकिन खुद को अनहेल्दी खाने से दूर रखें क्योंकि इससे न सिर्फ आपका वजन बढ़ेगा बल्कि ऑयल और स्पाइस होने की वजह से दर्द भी बढ़ सकता है।
हेवी एक्सरसाइज रुटीन या जिम को कुछ दिन का ब्रेक दें। पीरियड्स के दौरान भारी फिजिकल एक्टिविटी से बचें, क्योंकि यह आपके कमर दर्द या अकड़न की वजह बन सकता है।
कई लोगों को यह भ्रम होता है कि पीरियड्स के दौरान बिना किसी प्रोटेक्शन के सम्बध बनाने से प्रेगनेंसी का खतरा नहीं होता, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। पीरियड्स के दौरान असुरक्षित संबंध बनाना आपको परेशानी में डाल सकता है। पीरियड्स के दौरान हार्ड सोप से अपने प्राइवेट पार्ट को साफ न करें। इसके अलावा एल्कोहल वाले वेट टिशू पेपर का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से ड्राईनेस बढ़ सकती है, जो खुजली या दूसरे इंफेक्शन हो सकता है।