3 अक्टूबर को कलश स्थापना के साथ ही नवरात्रि (Navratri) का पावन पर्व शुरू हो जाएगा। नवरात्रि का पर्व मातारानी के विभिन्न स्वरूपों को समर्पित होता हैं और हर दिन मातारानी का पूजन कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया जाता हैं। ऐसे में आज हम आपको वास्तु से जुड़े कुछ ऐसे उपायों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनकी मदद से वास्तुदोष दूर होते हुए जीवन की परेशानियों का अंत किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन वास्तु उपायों के बारे में।
– नवरात्रि (Navratri) खत्म होने से पहले घर के मेन गेट पर मां लक्ष्मी के पैर के चिन्ह लगाना बेहद शुभ होता हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि पैर की दिशा अंदर की तरफ होनी चाहिए।
– घर या दूकान के मेन गेट के ऊपर देवी लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर लगाएं, जिसमें मां कमल के फूल पर विराजित हो। ऐसा करने से घर-परिवार को कई शुभ फल मिलते हैं।
– घर दुकान के दरवाज़े पर चांदी का स्वास्तिक लगाना शुभ फलदायक माना जाता हैं। वास्तु के अनुसार, इससे घर में बीमारी नहीं आती। ऐसा ना कर पाने पर लाल कुमकुम से भी स्वास्तिक बना सकते हैं।
– नवरात्रि (Navratri) में घर या दूकान के मेन गेट के पास किसी बर्तन में पानी भरकर उसमें फूल डाल दें। इसे गेट की पूर्व या उत्तर दिशा में रखें। इससे घर के मुखिया को कई फ़ायद होंगे।
– घर के दरवाज़े पर सुंदर और कलरफुल तोरण बांधें। अगर तोरण आम, पीपल या अशोक के पत्तों से बनी हो तो और भी अच्छा होगा। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती।
– घर या दूकान के मेन गेट पर ॐ का चिन्ह बनाएं या शुभ लाभ लिखें। ध्यान रखे ये चिन्ह दरवाज़े के पूर्व या उत्तर दिशा की ओर ही बनाएं। इससे कोई बीमारी ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाती।