मिर्जापुर। सरकार यूपी के जिला अस्पतालों में बेहतर सुविधा और इलाज का दावा करती रही है, लेकिन यदि आप इन अस्पतालों के अंदर जाएंगे तो आपको जमीनी हकीकत का अंदाजा होगा। चाहे गंदगी हो या नालियों से आती दुर्गंध, सरकारी अस्पतालों हालत खराब ही रहती है। नया मामला है जिला मिर्जापुर का। गुरूवार को उत्तर प्रदेश के जिले मिर्जापुर के सरकारी अस्पताल के एक वॉर्ड में मरीजों के साथ बेड पर कुत्ता सोता मिला।
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यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैलीं। अस्पताल प्रशासन की तरफ से चौबीसों घण्टे कर्मचारी और डॉक्टर अस्पताल में रहते हैं। ऐसा होने के बावजूद ऐसी तस्वीर पूरी व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े करती है । जिलाधिकारी ने शुक्रवार को ही ड्यूटी जॉइन की। ज्वाइनिंग के बाद उन्होंने अपना पहला निरीक्षण जिला अस्पताल से में ही किया। साफ-सफाई को लेकर उन्होंने अस्पताल प्रशासन को फटकार लगाई है। डाक्टरों के समय से ना आने को लेकर वह असंतुष्ट भी नजर आए।
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जब पत्रकारों ने उनसे बेड पर कुत्ते के बैठने पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं है, इसका पता लगवाएंगे। जब उनसे पूछा गया कि वॉर्ड में बेड खाली है तो दो मरीजो को बाथरूम के पास क्यों लिटाया गया है, इस पर भी उन्होंने गोलमोल जवाब दिया। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि क्या यही जवाबदेही होती है और जिले के सबसे बड़े अफसर से क्या यही उम्मीद की जाती है?