नई दिल्ली। आज सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुआ। इससे पहले सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट ने भी नया रिकॉर्ड बनाया था। टोक्यो में निक्केई 225 सूचकांक 2.7 फीसदी बढ़कर 27,568.15 पर पहुंच गया। यह एक जनवरी 2020 को 41,306.02 पर बंद हुआ था। लेकिन विश्लेषकों के अनुसार, आगे बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
राजू श्रीवास्तव को फोन पर जान से मारने की मिली धमकी , एफआईआर दर्ज
30 साल की ऊंचाई पर जापान का निक्केई इंडेक्स अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 900 अरब अमेरिकी डॉलर के आर्थिक राहत पैकेज को मंजूरी देने के साथ ही एशियाई शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी देखने को मिली और जापान का निक्केई 225 सूचकांक अपने 30 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
किसान धरने पर बुला रहे थे और उन्हें नानी याद आ गई : सुब्रमण्यम स्वामी
इस तरह सूचकांक ने अगस्त 1990 के बाद पहली बार 27,000 के ऊपर कारोबार किया। निक्केई 29 दिसंबर 1989 को अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर 38,915.87 पर पहुंच गया था। यह लगातार पांचवां कारोबारी सत्र है जब प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त पर बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 0.55 फीसदी की तेजी के साथ 259.33 अंक ऊपर 47613.08 के स्तर पर बंद हुआ।
यूके की उड़ानों पर अस्थायी रोक को कम दिनों के लिए बढ़ाया जाएगा : केंद्रीय मंत्री
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.43 फीसदी (59.40 अंक) की बढ़त के साथ 13932.60 के स्तर पर बंद हुआ।
अमेरिका में बहुप्रतीक्षित कोरोना वायरस राहत विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद एशियाई शेयरों में तेजी रही। वर्ष 2020 में हुए पूरे नुकसान की भरपाई कर ली है।