औरैया। उत्तर प्रदेश के औरैया में एक पखवाड़ा पहले अपने अपहरण की पटकथा लिखने वाले प्रापर्टी डीलर को पुलिस ने बुधवार को जेल भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक सुश्री सुनीति ने बताया कि प्रापर्टी डीलर अमित दुबे ने कर्ज की रकम चुकाने से बचने के लिये खुद के अपहरण का षडयंत्र रचा था। दुबे प्रापर्टी डीलिंग के साथ शेयर का भी काम करता है और उसने कई लोगों से मोटी रकम के रूप में कर्जा ले रखा है जिसे चुकाने से बचने के लिये उसने यह कारनामा किया।
उन्होंने बताया कि सुनियोजित योजना के तहत आरोपी चार जुलाई को घर से कह कर निकला कि वह प्रापर्टी डीलिंग के काम से मथुरा जा रहा है। मथुरा में वह अपने परिचित हरिगोपाल से मिला और पेड़े का प्रसाद लिया और रास्ते से एक मेडिकल स्टोर से सिरिन्ज व रूई खरीदी और औरैया लौट आया। औरैया स्थित हाईवे पर सिकन्दरा, कानपुर देहात से मिहौली, औरैया के बीच अपनी योजना को मूर्त रूप देने के लिए कार से एक दो बार चक्कर लगाता रहा फिर दिबियापुर रोड पर आया और एकान्त स्थान देखकर कार लखन वाटिका के पास पार्क की।
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उन्होने बताया कि आरोपी चिकित्सा विषयक विशेष शिक्षा प्राप्त है, उसने सिरिन्ज से रक्त निकाला और कार की स्टीरिंग, गेयर, खिड़की आदि जगहों पर रक्त छिड़का और अपने रूमाल से हाथ से रिस रहा रक्त पोंछा, फिर अपने कुछ कपड़े, पर्स से सारे रूपये करीब 20 हजार, पेड़े और जरूरी चीजें लेकर कार में चाबी लगी हुई, शर्ट का कुछ भाग फाड़ कर डालकर, चप्पलें संदिग्ध अवस्था में पड़ी छोड़कर औरैया की ओर आया और आटो रिक्शा से सिकन्दरा चला गया। सिरिन्ज, काटन व गैर जरूरी चीजें फेंक कर वह प्राइवेट बस से आगरा पहुंचा और पहचान छिपाने के लिये हेयर कट व सेविंग करवाई।
आगरा से वह हरिद्वार स्थित हरि की पौड़ी पर गया जहां उसने कुछ दिन ऋषिकेश, गौरी कुण्ड में बिताये। इसके बाद मथुरा आकर खुद को अपहृत साबित करने एवं बदमाशों द्वारा दी गयी यातनाओं और उनके चंगुल से छूटकर आने को सत्य प्रमाणित करने के उद्देश्य से अमित दुबे ने खुद ही एक धातु की पट्टी को गर्म कर के स्वंय पीठ के बल लेट लेट कर बार बार अपनी पीठ को जलाया और अपने सीने पर भी जलने के निशान बनाये और रिफाइनरी थाना क्षेत्र में हांथ पैर बांध हाईवे पर पुलिस के हाथ लग गया।
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पूछताछ में बताया कि उसे विद्युत करण्ट देकर यातना दी गयी जबकि मथुरा के चिकित्सक द्वारा एमएलसी रिपोर्ट में चोटों का इलैक्ट्रिक बर्न के बजाय थर्मल बर्न होना अंकित किया है।
उन्होंने बताया कि सख्ती से पूछताछ करने पर वह टूट गया और अपना जुर्म कबूल कर लिया। गौरतलब है कि अमित 20 जुलाई को मथुरा में मिला था। उसने बताया था कि किसी बदमाश ने पुलिस की वर्दी में अपने तीन साथियों के साथ उसका अपहरण किया था।