नई दिल्ली/झारखंड। जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एक टीम राजधानी दिल्ली स्थित हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के आवास पर पहुंची है। हेमंत सोरेन के दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके शांति निकेतन आवास पर पहुंची ईडी उनसे जमीन घोटाले में पूछताछ करना चाहती हैं। सूत्रों की मानें तो इस मामले में उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। उनके आवास के बाहर और अंदर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
नौंवा समन किया था जारी
आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को 22 जनवरी को नौवां समन जारी कर उन्हें 29 या 31 जनवरी को पेश होने को कहा था। ये भी कहा था अगर वह पेश नहीं होंगे तो खुद ईडी की टीम उनसे पूछताछ के लिए पहुंचेगी। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नया समन जारी किए जाने के बाद सोरेन (Hemant Soren) अचानक दिल्ली रवाना हो गए थे।
क्या है झारखंड भूमि घाटाला?
ईडी ने रांची में सेना के कब्जे वाली 4।55 एकड़ जमीन की अवैध खरीद फरोख्त का खुलासा किया था। केंद्रीय एजेंसी ने इस मामले में रांची के बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को गिरफ्तार किया था। उनके आवास और मोबाइल फोन से बड़ी मात्रा में सरकारी दस्तावेज बरामद हुए थे। इन दस्तावेजों की छानबीन और उनसे जुड़े तथ्यों के सत्यापन को लेकर ईडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ कर रही है।
सीएम हेमंत सोरेन पर ED का शिकंजा, इस मामले में समन जारी
ईडी ने प्रदीप बागची, विष्णु कुमार अग्रवाल, भानु प्रताप प्रसाद और अन्य के खिलाफ झारखंड पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज की कई एफआईआर के आधार पर धन शोधन अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज करके तीन भूमि घोटालों की जांच शुरू की थी। इस मामले में जांच आगे बढ़ने पर ईडी अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच में पता चला कि आरोपियों ने सरकारी अधिकारियों के साथ साठगांठ करके भू।माफियाओं के पक्ष में फर्जी तरीके से इन भू।खंडों का हस्तानांतरण किया था।
गिरफ्तार किए गए 14 आरोपियों में प्रदीप बागची, अफसर अली, सद्दाम हुसैन, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, फैयाज खान, भानु प्रताप प्रसाद, छवि रंजन, आईएएस (पूर्व डीसी रांची) दिलीप कुमार घोष, अमित कुमार अग्रवाल, विष्णु कुमार अग्रवाल शामिल हैं। वहीं भूमि घोटाले के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी अब तक 236 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियों को कुर्क कर चुकी है।