उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध के बढ़ते मामलों में तत्परतापूर्वक कार्रवाई करते हुये अब तक 385 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनसे 5 करोड़ 63 लाख 47 हजार रूपये से अधिक की बरामदगी की गयी है।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां जानकारी देते हुये बताया कि प्रदेश में अब तक NCCRP पोर्टल पर कुल 49779 शिकायतें एवं MHA से कुल 21512 टिप लाइन शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनका निस्तारण सम्बन्धित जिलो एवं साइबर क्राइम थानों द्वारा कराया जा रहा है। साइबर क्राइम मुख्यालय द्वारा अब तक कुल 12547 संदिग्ध मोबाइल नम्बरों को बंद किये जाने के लिए रिपोर्ट किया गया है। साइबर क्राइम के अन्वेषण के सम्बन्ध में संचालित लैब में अब तक कुल 1363 न्यायिक/पुलिस राजपत्रित/अराजपत्रित कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व में स्थापित साइबर थाना लखनऊ व गौतमबुद्धनगर के अलावा सभी 16 परिक्षेत्रीय स्तर पर एक-एक साइबर क्राइम थाने क्रमशः आगरा, अलीगढ़, प्रयागराज, चित्रकूटधाम(बांदा), बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन(गोण्डा), कानपुर, झाॅसी, अयोध्या, सहारनपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर व वाराणसी की स्थापना की गयी है।
श्री अवस्थी ने बताया कि शासन द्वारा इन थानों को सुचारू रूप से संचालित किये जाने के लिए 384 पदों का सृजन भी किया गया है। साइबर क्राइम थानों के नियंत्रण एवं राज्य स्तरीय पर्यवेक्षण हेतु अपर पुलिस महानिदेशक के निर्देशन में सिग्नेचर बिल्डिंग में साइबर क्राइम मुख्यालय पर साइबर क्राइम सेल संचालित किया जा रहा है।
इस मौके पर अपर पुलिस महानिदेशक, साइबर क्राइम राम कुमार ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गया है कि साइबर अपराधियों द्वारा पीड़ित व्यक्तियों के बैंक खाते से धोखाधड़ी कर निकाली गयी धनराशि को यथाशीघ्र अपराधियों के खातों में फ्रीज कराकर पीड़ित को वापस कराने के लिए टोल फ्री नम्बर-155260 संचालित किया गया है, जो चैबिसों घण्टें क्रियाशील है। उन्होंने यह भी बताया कि साइबर अपराधों की शिकायत हेतु www.cybercrime.gov.in, एवं वाट्स एप नम्बर 7839877207, Twitter Handle@cyberpolice_up को क्रियाशील किया गया है, जिससे प्राप्त शिकायतों का सम्बन्धित थानों के माध्यम से निस्तारण कराया जा रहा है।
श्री राम कुमार ने बताया कि केन्द्र से संचालित राष्ट्रस्तरीय NCCRP Portal/cybersafe Portal/Help desk व भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (14C) व साइबर क्राइम के पर्यवेक्षण के कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक, साइबर क्राइम को नियुक्त किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि यू0पी0 112 में साइबर क्राइम से सम्बन्धित प्रशिक्षण एवं अन्वेषण कार्य हेतु CCPWC LAB की स्थापना करायी गयी है।
गौरतलब है कि प्रदेश के परिक्षेत्रीय साइबर क्राइम थानों में अब तक 528 अभियोग पंजीकृत किये गये हैं, जिनमें से 126 अभियोगों का अनावरण करते हुये उक्त कार्रवाई की गयी है तथा शेष पर कार्रवाई प्रगति पर है। महिलाओं के साथ घटित होने वाले साइबर अपराधों की शिकायत पर सुगमता से कार्रवाई के लिए प्रत्येक साइबर थाने में महिला साइबर क्राइम सेल भी संचालित कराया जा रहा है। प्रदेश के सभी परिक्षेत्रीय साइबर थानों को पर्याप्त उपकरणाें एवं संसाधनों की व्यवस्था की गयी है। शासन द्वारा नये साइबर थानों को और अधिक सुदृढ़ करने एवं डाटा सम्बन्धी कार्यो आदि के लिये और बेहतर परिणाम हेतु 32 करोड़ 80 लाख रूपये की धनराशि दी गयी है। इस धनराशि से सभी साइबर थानों के साइबर लैब हेतु डाटाबेस मैनेजमेंट, फारेन्सिक टूल्स, डेटा एनेलिसिस साफ्टवेयर, डेटा एक्सट्रैक्शन साफ्टवेयर आदि की व्यवस्था किये जाने के प्रयास किये गये हैं।