उत्तर प्रदेश में दीपावली के त्योहार से पहले उपभोक्ताओं को एक बार फिर बिजली की बढ़ी दरों को झटका लग सकता है।
विद्युत नियामक आयोग राज्य सलाहकार समिति की शुक्रवार को एक बैठक नियामक आयोग के चेयरमैन आरपी सिंह की अध्यक्षता में सम्पन हुई जिसमे आयोग के सदस्य केके शर्मा और बीके श्रीवास्तव के अलावा अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अरविन्द कुमार मौजूद थे।
विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने बताया कि बैठक में बिजली की कीमतों को लेकर गहन विचार विमर्श हुआ। ज्यादातर सदस्यो ने कोरोना काल में बिजली दरो में कमी किए जाने के उपभोक्ता परिषद के प्रस्ताव से सहमति जतायी हालांकि अपर मुख्य सचिव ऊर्जा इस बारे में पर चुप्पी साधे रहे। मीटिंग में स्मार्ट मीटर का मुद्दा भी छाया रहा ।
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नियामक आयोग चेयरमैन ने कहा कि सभी की बात आ गयी है और जल्द बिजली दरों को अंतिम रूप दिया जायेगा सम्भावना है दिवाली तक दरें घोषित होंगी ।
श्री वर्मा ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि पिछले साल बिजली दरो में इजाफे के समय उपभोक्ताओ का बिजली कम्पनियो पर उदय व ट्रूप में 13337 करोड़ रूपये 2017-18 तक निकला था। इसके बावजूद दरे बढ़ाई गयी जो किसी भी राज्य में नहीं होता। जब उपभोक्ताओ को पैसा कम्पनियो पर निकल रहा तो दरों में कमी होनी चाहिए।