यूपी एटीएस ने अवैध धर्मांतरण मामले में एक और गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति का नाम धीरज जगताप उर्फ धीरज देशमुख है जो महाराष्ट्र के यवतलाम का रहने वाला है। उसे पूछताछ के लिए एटीएस मुख्यालय बुलाया गया था, जहां से गिरफ्तार कर लिया गया।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि 21 जून को किए गए धर्मांतरण मामले का खुलासा करते हुए दिल्ली से उमर गौतम और जहांगीर को गिरफ्तार किया था। इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि धीरज ने 10 साल पहले इस्लाम धर्म अपनाने के बाद वह धर्मांतरण की गतिविधियों में संलिप्त हो गया था। वह मुम्बई में पूर्व में गिरफ्तार किए गए प्रसाद कांवरे उर्फ़ एडम, कौसर आलम तथा अर्सलान उर्फ़ भूप्रिय बिन्दो के साथ मिलकर धर्मांतरण का काम कर रहा था।
प्रशांत कुमार ने बताया कि धीरज धर्मान्तरण की गतिविधियों को संचालित करने के लिए अभियुक्त धीरज ने तीन अलग अलग व्हाट्स एप ग्रुप बनाए थे। यह ग्रुप रिवर्ट, रेहाब और दावा के नाम से बनाए गए थे। जिसके माध्यम से धार्मिक दुर्भावनाएं फैलाना, विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर लोगो को इस्लाम में आने के लिए प्रेरित करने का कार्य करता था।
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प्रशांत कुमार ने बताया कि धीरज पूर्व में गिरफ्तार उमर गौतम और कलीम सिद्दीकी के देश व्यापी नेटवर्क का सक्रिय सदस्य है। उन्होंने यह भी बताया कि धीरज लोगों की सहायता करने के बहाने उन्हें लालच या डर दिखाकर धर्मान्तरण कराता था। धीरज पूर्व में गिरफ्तार प्रकाश कांवरे के साथ मिलकर धर्मान्तरण करने वालों के अवैध दस्तावेज बनाने में भी मदद करता था। उन्होंने बताया कि ऐसे भी तथ्य प्रकाश में आए जहाँ धीरज ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर भी लोगों का धर्मान्तरण करवाया है। धीरज को शनिवार को न्यायालय में पेश किया।