युवाओं के रोजगार और आर्थिक स्वावलम्बन पर जोर दे रही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अगले साल मार्च तक 20 लाख एमएसएमई इकाइयों को ऋण मुहैया कराएगी। इससे लगभग एक करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने गुरूवार को अयोध्या के राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि कम पूंजी और जोखिम में एमएसएमई सेक्टर में स्थानीय स्तर पर रोजगार की सर्वाधिक संभावना है। उन्होने कहा “ हर आदमी खुद में उद्यमी है। यह जानने के लिए झिझक तोड़नी होगी। यह सोच बदलनी होगी कि कोई काम छोटा होता है। आपके पास आइडिया, प्रशिक्षण और पूंजी होनी चाहिए। सरकार अपनी ओर से कई योजनाओं के जरिए उदार शर्तो पर पूंजी उपलब्ध करा रही है। आपके पास आइडिया होना चाहिए। ये आइडिया ओयो रूम जैसी हो भी सकता है और अपने ओडीओपी के उत्पादों के बारे में भी। अगर आप अपने आइडिया के मुताबिक काम कर ले गए तो लोगों को रोजगार दे सकेंगे।”
यूपी के 125 IAS अफसरों को नए साल में मिलेगा प्रमोशन का तोहफा
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की अतिरिक्त महानिदेशक रुपिंदर बरार ने पर्यटन के क्षेत्र में रोजी-रोजगार की संभावनाओं का जिक्र करते हुये कहा कि बुनियादी सुविधाओं के बढ़ने और कोरोना खत्म होने के बाद इस संभावनाओं का और विस्तार होगा। हमारे पास दिखाने को बहुत कुछ है। केंद्र और प्रदेश सरकार मिलकर अयोध्या को ऐसा बनाएंगे जहाँ हर कोई एक बार जरूर आना चाहे।
अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रविशंकर सिंह ने कहा कि वित्तीय साक्षरता नई तरह की शैक्षिक क्रांति है। उत्तर प्रदेश इस दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है। कार्यक्रम में लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने कहा कि लड़की को हुनरमंद जरूर बनाएं। यही उसके जीवन मे काम आएगा।
किसी भी मुल्क की तरक्की के लिए शिक्षा का प्रचार प्रसार बहुत जरूरी : तंज़ीन फात्मा
इससे पहले कार्यक्रम के शुरुआत में आयोजक जफर सरेशवाला ने कहा कि वित्तीय साक्षरता समय की जरूरत है। खासकर भारत में। यहां तो अच्छे खासे पढ़े लिखे लोग भी वित्तीय रूप से अनपढ़ हैं। डीमेट की संख्या और म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या इसका सबूत है।
कार्यक्रम में हनुमान गढ़ी, अयोध्या के महंत राजू दास, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के अजय ठाकुर, यूनियन बैंक के रीजनल मैंनेजर ऋषिकेश मिश्रा व मौलाना कलीम सहित अनेक गणमान्य जनों की उपस्थिति रही।