कोलकाता। लोकसभा चुनाव 2024 में सातवें और आखिरी चरण का मतदान जारी है। मतदान की शुरुआत से ही पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसाओं की खबरें सामने आने लगी हैं। हर बार की तरह इस बार भी टीएमसी कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर हमला किया। कहीं बमबाजी की है, तो कहीं लाठियों का सहारा लिया है। वहीं, दक्षिण 24 परगना जिले में टीएमसी के गुंडों द्वारा धमकाने पर बिफरी भीड़ ने EVM और वीवीपैट मशीनों (VVPAT Machine) को तलाब के पानी में फेंक दिया। इस बीच, संदेशखाली और भाँगड़ में बम भी चलाए गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जयनगर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत कुलतली इलाके में वोटिंग से पहले स्थानीय लोगों ने EVM और वीवीपैट मशीन (VVPAT Machine) को ही तालाब में फेंक दिया। आरोप है कि यहां पर एक मतदान केंद्र (Polling Booth) पर वोटिंग से पहले कथित तौर पर टीएमसी समर्थित दबंगों ने स्थानीय लोगों को वोट डालने से रोका तो नाराज लोगों ने ईवीएम और वीवीपैट मशीन को ही तालाब में फेंक दिया।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। लोगों ने पुलिस की गाड़ियों के आगे पेड़ों की शाखाएं फेंककर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि यह घटना कुलतली के मेरीगंज के बूथ नंबर 40 और 41 पर हुई। हालांकि, टीएमसी ने आरोपों को खारिज किया है।
पोलिंग बूथ पर मतदाता ने EVM पटकी, पुलिस ने हिरासत में लिया
सूचना मिलने पर चुनाव आयोग के प्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद वैकल्पिक ईवीएम से उक्त बूथ पर दोबारा वोटिंग शुरू हो गई है। वहीं, आयोग ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पहले चरण से आ रहीं हिंसा की खबरें
वोटिंग के मामले में इस बार पश्चिम बंगाल ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि पहले चरण से पश्चिम बंगाल से हिंसा की खबरें आ रही हैं। पहले ही चरण की वोटिंग वाले दिन तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया था कि अलीपुरद्वार तुफानगंज-2 ब्लॉक में बरोकोडाली-I ग्राम पंचायत के हरिरहाट क्षेत्र में टीएमसी के अस्थायी पार्टी कार्यालय को बीजेपी समर्थकों ने आग के हवाले कर दिया।